चीन को ताइवान की बेवकूफी से मिला उसके सबसे शक्तिशाली मिसाइल का मेन पार्ट
दिल्ली: ताइवान का इस वक्त सबसे बड़ा दुश्मन चीन है। चीन का कहना है का, ताइवान उसका हिस्सा है और उसे हर हाल में अपने में मिला कर रहेगा। ताइवान को डराने के लिए चीन अक्सर अपने लड़ाकू विमानों को उसके डिफेंस जोन में भेजता है और साथ ही ताइवान को घेरकर युद्धभ्यास कर मनोवैज्ञानिकी रूप से दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। इस बीच Taiwan के सबसे शक्तिशाली मिसाइल का मेन पार्ट (Taiwan Missile Hsiung Feng 3) चीन पहुंच गया जिसको लेकर भारी बवाल मच गया है। ताइवान ने स्वदेशी तैर पर विकसित अपने सबसे ताकतवर मिसाइल का एक हिस्सा चीन में मरम्मत के लिए भेजा है। इस मिसाइल का नाम Hsiung Feng III है। ये एक मध्यम दूरी की एंटी शिप मिसाइल (Taiwan Missile Hsiung Feng 3) है। इसे ताइवान के नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉडी ने विकसित किया है। ये मिसाइल जमीन और समुद्र दोनों जगह हमला करने में सक्षम है। इस मिसाइल की तकनीक का चीन पहुंचा ताइवान की सुरक्षा में बड़ी चूक है। इससे आने वाले दिनों में ताइवान को खतरा देखने को मिल सकता है।
मिसाइल का ये सबसे अहम पार्टी पहुंचा चीन: साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान के Hsiung Feng III मिसाइल का एक थियोडोलाइट – एक सटीक ऑप्टिकल उपकरण – मरम्मत के लिए चीन के शेडोंग प्रांत भेजा गया था। इसे लेकर नेशनल चुंग-शान इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (NCSIST) की ओर कहा दया कि, थियोडोलाइट को 2021 में स्विस कंपनी लीका से खरीदा गया था और इसे हाल ही में मरम्मत के लिए निर्माता को वापस भेज दिया गया था। एजेंसी ने कहा कि मिसाइल के उपकरण को वापस भेजने से पहले उसमें मौजूद मेमोरी स्टोरेज कार्ड को हटा दिया गया था। इसे बेचने वाले एजेंट को इस हिस्से तो स्विट्जरलैंड भेजने के लिए कहा गया था। मरम्मत किए गए थियोडोलाइट को चीन के शेडोंग के एक हवाई अड्डे से ताइवान भेजा गया था। इस बात की जानकारी मिलते ही ताइवानी सुरक्षा एजेंसी के कान खड़े हो गए। जब जांच की गई तो पता चला कि इस पार्ट की मरम्मत स्विट्जरलैंड में न होकर चीन के शेंडोंग में की गई है। इस पार्ट को बनाने वाली स्विडिश कंपनी लीका ने सफाई देते हुए कहा कि एशिया में इस पार्ट के मेंटीनेंस का सेंटर किंगदाओ के पूर्वी तट शहर शेंडोंग में है। इसलिए, इस पार्ट को मरम्मत के लिए चीन के शेंडोंग शहर भेजा गया था। इसके बाद ताइवानी एजेंसी NCSIST ने कहा कि हमने तुरंत उपकरण की सुरक्षा जांच की और सुनिश्चित किया कि इसमें कोई मैलवेयर न हो। इस प्रकार हमने सुरक्षा चिंताओँ को प्रभावी ढंग से दूर किया है।
बेहद खतरनाक है ताइवान की सियुंग फेंग III मिसाइल:
सियुंग फेंग III या ब्रेव विंड 3, एक सुपरसोनिक एंटी-शिप क्रूज मिसाइल है
इसे पीएलए नौसेना के हमले को रोकने के लिए ताइवान का सबसे शक्तिशाली हथियार बताया जाता है
मिसाइल की ऑपरेटिंग रेंज 400 किमी (320 मील) है और माना जाता है
यह बूस्टर के साथ 1,500 किमी की अधिकतम सीमा तक पहुंचने में सक्षम है
यह जमीन पर भी लक्ष्य पर हमला कर सकता है
Hsiung Feng III का पहली बार 1997 में परीक्षण किया गया था
इसे 2007 से ताइवानी नौसेना के कांग डिंग और चेंग कुंग-श्रेणी के फ्रिगेट पर तैनात किया गया है