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अमेरिकी विदेश मंत्री ने ट्विटर पर मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की थीं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के प्रतिनिधि से मुलाकात पर चीन ने गुस्से का इजहार किया है। ब्लिंकन ने यह मुलाकात अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान नई दिल्ली में की थी। चीन ने कहा कि यह तिब्बत को चीन का हिस्सा मानने एवं तिब्बत की आजादी का समर्थन नहीं करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता का उल्लंघन है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि तिब्बत मामला विशुद्ध रूप से चीन का आंतरिक मसला है जिसमें विदेशी दखल की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि 14वें दलाईलामा किसी भी तरह धाíमक व्यक्ति नहीं बल्कि एक राजनीतिक निर्वासित शख्स हैं जो लंबे समय से चीन-विरोधी अलगाववादी गतिविधियों एवं तिब्बत को चीन से अलग करने के प्रयास में लगे हैं।
I was pleased to meet civil society leaders today. The U.S. and India share a commitment to democratic values; this is part of the bedrock of our relationship and reflective of India's pluralistic society and history of harmony. Civil society helps advance these values. pic.twitter.com/5NL2WiQ13o
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) July 28, 2021
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पहली बार तिब्बत के दौरे के एक हफ्ते बाद भारत में भी विदेशी कूटनीति की हलचल हुई है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन दिल्ली में बुधवार को बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के प्रतिनिधि नुडुप डोंगछुंग से मिले। डोंगछुंग निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रतिनिधि भी हैं। इस संक्षिप्त मुलाकात के दौरान सिविल सोसायटी के नेता भी मौजूद रहे। अमेरिकी विदेश मंत्री ने ट्विटर पर मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की थीं।
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