विश्व
ताइवान के शक्ति प्रदर्शन करने पर बौखला चीन, साउथ चाइना सी में किया कब्जे का अभ्यास
Rounak Dey
12 Oct 2021 6:53 AM GMT
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भले ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति और तनावपूर्ण और जटिल हो गई है।
ताइवान के अपने नैशनल डे पर शक्ति प्रदर्शन करने चीन बौखला गया है और उसने दक्षिण चीन सागर में इस द्वीप पर कब्जे का अभ्यास किया है। चीनी सेना ने सोमवार को कहा कि उसने ताइवान तट के ठीक सामने मुख्यभूमि पर तटों पर पीएलए सैनिकों को उतारने का अभ्यास किया है। चीन ने यह अभ्यास ऐसे समय पर किया है जब ताइवान ने 10 अक्टूबर को अपने नैशनल डे पर जोरदार शक्ति प्रदर्शन और आतिबाजी की थी और दोनों के बीच हालात बहुत तनावपूर्ण हैं।
ताइइवान एक अक्टूबर से लेकर अब तक सैंकड़ों बार अपने फाइटर जेट भी ताइवान की हवाई सीमा के पास भेजे हैं। पीएलए के आधिकारिक समाचार पत्र ने बताया कि यह कब्जे का अभ्यास हाल ही में फुजियान प्रांत में किया गया है जो ताइवान के ठीक सामने पड़ता है। दक्षिण चीन सागर में ताइवान और चीन को एक संकरा समुद्री इलाका अलग करता है। इसमें कहा गया है कि चीनी सेना ने कई बार हमला करके तटों पर कब्जा करने का अभ्यास किया।
चीन फूजियान से ताइवान पर हमले की तैयारी कर रहा
पीएलए ने इस अभ्यास के बारे में और ज्यादा जानकारी नहीं दी है। पीएलए की ओर से जारी वीडियो में सैनिकों को दिखाया गया है जो छोटी छोटी नावों में सवार हैं। इस दौरान धुंआ छोड़ने वाले ग्रेनेड दागे गए ताकि विरोधी उन्हें देख नहीं सकें। ताइवान के बेहद करीब होने के कारण चीन फूजियान से ताइवान पर हमले की तैयारी कर रहा है। इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कब्जे वाली धमकी के बाद ही ताइवान ने शक्ति प्रदर्शन किया था।
ताइवानी नेशनल डे के अवसर पर राजधानी ताइपे में भव्य सैन्य परेड का आयोजन किया गया। इसे संबोधित करते हुए ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने आखिरी सांस तक देश की रक्षा करने का संकल्प भी जताया। उन्होंने कहा कि ताइवान का भविष्य चीन निर्धारित नहीं करेगा। ताइवानी राष्ट्रपति ने कहा कि हम राजनीतिक यथास्थिति को एकतरफा रूप से बदलने से रोकने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रीय रक्षा को बढ़ावा देते रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी ताइवान को चीन द्वार निर्धारित मार्ग पर चलने के लिए मजबूर नहीं करे। हम अपना बचाव करने के लिए दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ताइवान शांतिपूर्ण क्षेत्रीय विकास में योगदान देना चाहता हैं, भले ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति और तनावपूर्ण और जटिल हो गई है।
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