जापान में होने जा रहे चार देशों के क्वाड सम्मेलन से पहले चीन ने अमेरिका की हिंद-प्रशांत रणनीति पर निशाना साधा और कहा कि इसका 'नाकाम होना अवश्यंभावी' है क्योंकि इसका एकमात्र मकसद बीजिंग को रोकना है।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि 'हिंद-प्रशांत रणनीति' ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच बहुत अधिक चिंता और एहतियात उत्पन्न किया है खासकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में।
उन्होंने कहा कि अमेरिका की हिंद-प्रशांत रणनीति के नाकाम होने की पूरी उम्मीद है। उनका यह बयान 24 मई को टोक्यो में अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के क्वाड शिखर सम्मेलन से पहले आया है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापानी पीएम फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज शिरकत करेंगे।
यी ने कहा कि एशिया-प्रशांत को एक भू-राजनीतिक क्षेत्र के बजाय शांतिपूर्ण विकास के लिए एक जगह बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एशिया-प्रशांत को एक ब्लॉक, नाटो या शीत युद्ध में बदलने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा।