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ओमीक्रोन को जला रहा चीन, क्या सच में जलाया जा सकता है कोरोना वायरस ?

Neha Dani
10 Jan 2022 11:35 AM GMT
ओमीक्रोन को जला रहा चीन, क्या सच में जलाया जा सकता है कोरोना वायरस ?
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कई लोगों ने तो भुखमरी जैसे हालात होने का जिक्र किया है।

एक बार फिर कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। चीन भी इससे अछूता नहीं है जहां से इस वायरस की शुरुआत हुई थी। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के 'काले बादल' हर देश के ऊपर मंडरा रहे हैं। इससे बचने के लिए कुछ देश बूस्टर डोज लगा रहे हैं तो कुछ लॉकडाउन के विकल्प की ओर देख रहे हैं। लेकिन चीन ओमीक्रोन से निपटने के लिए एक बेहद अजीबोगरीब तरीका अपना रहा है। जरा सोचिए, क्या वायरस को रोकने के लिए उसे जलाया जा सकता है?

चीन ऐसा कर रहा है जिसका सबूत ट्विटर पर शेयर एक वीडियो दे रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ स्वास्थ्यकर्मी एक परिसर में छिड़काव कर रहे हैं। इन्होंने वायरस से बचाव के लिए पीपीई किट पहन रखी है। इनमें एक कर्मी के हाथ में फ्लेमथ्रोअर मशीन यानी आग फेंकने वाली मशीन है। यह व्यक्ति इस मशीन से हवा में आग की लपटें फेंकता है। वीडियो के दावा किया गया है कि चीन में स्वास्थ्यकर्मी ओमीक्रोन को फैलने से रोकने के लिए फ्लेमथ्रोअर मशीन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
तिआनजिन में लगा आंशिक लॉकडाउन
वायरस को फैलने से रोकने का यह बेहद अजीबोगरीब तरीका है जिसके असर को लेकर कहीं कोई प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। चीन में भले ही कोरोना का पहला मामला दर्ज किया गया था लेकिन यह संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए बेहद सजग है। चीन के तिआनजिन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के मामले सामने आने के बाद आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है।
चीन में करोड़ों लोग घरों में कैद
क्षेत्र संक्रमण के इस स्वरूप के पहले स्थानीय प्रकोप का सामना कर रहा है, लेकिन इसकी संख्या फिलहाल कम है। चीन लॉकडाउन लगाने वाले पहले देशों में से है जहां अभी भी करोड़ों लोग घरों में कैद हैं। चीन ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बाद 1.3 करोड़ लोगों की आबादी वाले उत्तरी शहर शिआन में लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया था। शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी से कुछ हफ्ते पहले देश में संक्रमण के मामले बढ़ने से चिंता बढ़ गई है।
देश में लागू हैं सख्त नियम
सरकारी मीडिया ने बताया कि शहर के अधिकारियों ने सभी निवासियों को घर पर रहने का आदेश दिया है। लोगों से कहा गया है कि जब तक कि उनका घर से बाहर निकलना बहुत जरूरी न हो और वे सड़कों पर न निकलें। विशेष मामलों के अलावा शहर से आने-जाने वाले परिवहन के सभी साधनों को बंद कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि प्रत्येक घर के एक व्यक्ति को हर दो दिन में घरेलू जरूरत का सामान खरीदने के लिए बाहर जाने की अनुमति दी जाएगी।
भूख से तड़प रही जनता
चीन के शियान शहर में कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण हालात बदतर होते जा रहे हैं। कई लोगों ने कहा है कि लॉकडाउन में की जा रही अनावश्यक कड़ाई के कारण उनके पास खाने को भोजन नहीं बचा है। वहीं, चीनी अधिकारियों ने दावा किया है कि लोगों को पर्याप्त भोजन की सप्लाई की जा रही है। इस शहर में एक करोड़ 30 लाख लोग पिछले नौ दिनों से अपने-अपने घरों में कैद हैं।
भुखमरी जैसे हालात का दावा
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर के देशों में लगाए गए लॉकडाउन की तुलना में चीनी लोग भोजन खरीदने जैसे आवश्यक कारणों से भी बाहर नहीं जा सकते हैं। सरकार का दावा है कि खाने की सप्लाई पहले जैसी ही चालू है, लेकिन सोशल मीडिया पर कई लोगों का कहना है कि उन्हें अभी तक खाने-पीने के सामान नहीं मिलें हैं। कई लोगों ने तो भुखमरी जैसे हालात होने का जिक्र किया है।


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