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इस बाजार में 2019 के आखिर में वायरस फैलने की जानकारी मिली थी.
चीन ने चार भारतीय कंपनियों से सीफूड आयात (Seafood Import) निलंबित कर दिया है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, चीनी सीमा शुल्क प्राधिकरण का ये फैसला शनिवार से लागू होगा. जिसके तहत आयात पर अगले एक हफ्ते के लिए रोक लगा दी गई है. इसके पीछे की वजह कोरोना वायरस को बताया जा रहा है. अखबार के अनुसार, फ्रोजन रिबन फिश और सीफूड के सैंपल की आउटर पैकेजिंग कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित पाई गई है. जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
इससे करीब तीन महीने पहले भी चीन ने ऐसा ही फैसला लिया था. तब छह भारतीय कंपनियों से होने वाले फ्रोजन सीफूड के आयात को एक हफ्ते के लिए निलंबित किया गया था (China Seafood). उस समय चीन ने दावा किया था कि उसे पैकेजिंग पर कोरोना वायरस मिला है. चीन बीते साल से ही दुनियाभर से आयात होने वाले फ्रोजन सामान की जांच कर रहा है. पैकेजिंग पर वायरस के निशान मिलने के बाद वह समय-समय पर आयात को निलंबित कर देता है.
वायरस को नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम
चीन दुनिया का ऐसा देश है, जो कोरोना वायरस को सबसे पहले नियंत्रित करने का दावा करता है. जो यहीं के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ था. वुहान से कोरोना के फैलने की शुरुआत दिसंबर 2019 में हुई थी. जिसके बाद यहां सख्त लॉकडाउन लगाया गया. हालांकि एक बार फिर यहां मामले मिलना शुरू हो गए हैं (Coronavirus in China). जिसके चलते कई स्थानों पर दोबारा लॉकडाउन लगा है और कड़े नियम अपनाए जा रहे हैं.
लैब लीक थ्योरी पर हो रहा बवाल
दूसरी ओर कोरोना वायरस की उत्पत्ति (Covid Origin) को लेकर भी दुनिया की नजर चीन की तरफ ही है. कई वैज्ञानिकों और राजनेताओं का कहना है कि वायरस को चीन की वुहान लैब में बनाया गया था, जिसके बाद ये पूरी दुनिया में फैल गया. इस दावे के पीछे का एक कारण ये भी है कि वायरस वुहान (Wuhan Lab) के जिस बाजार से फैलना शुरू हुआ था, ये लैब उसके पास ही स्थित है. इस बाजार में 2019 के आखिर में वायरस फैलने की जानकारी मिली थी.
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