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चीन की सरकार ने ऑडियो आधारित एप 'क्लबहाउस' पर प्रतिबंध लगा दिया है।
चीन की सरकार ने ऑडियो आधारित एप 'क्लबहाउस' पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह एक सोशल मीडिया एप है, जिसके माध्यम से चीन के यूजर ताइवान सहित विदेशों में रहने वाले लोगों के साथ संवेदनशील विषयों पर चर्चा करते थे। पहले भी यह एप सभी को उपलब्ध नहीं था। इससे आप तभी जुड़ सकते हैं जब आपको कोई इनवाइट करता है। चूंकि एप पूरी तरह से इनक्रिप्टेड है और चीन की सरकार को लगता है कि इस एप पर सरकार विरोधी बातें हो रही हैं, जिसके चलते इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। क्लबहाउस उन हजारों वेबसाइट और एप में शामिल हो गया है, जिनके खिलाफ सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने कदम उठाए हैं।
चीन के इंटरनेट फिल्टर पर नजर रखने वाला अमेरिका के गैर लाभकारी संगठन ग्रेटफायरडॉटओआरजी के मुताबिक बीजिंग में सोमवार शाम सात बजे से सर्विस बंद हो गई। वैसे तो चीन की सरकार इंटरनेट फिल्टर के अस्तित्व को नकारती है, लेकिन विदेशों में बैठे शोधकर्ताओं ने सरकारी स्वामित्व वाली चाइना टेलीकॉम लिमिटेड के सर्वर में आई रुकावटों का पता लगाकर इसकी पुष्टि की। इस एप के बारे में सरकार को पता चला कि अब आम लोग उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार जैसे विषयों पर बात कर रहे थे। ऐसे में चीनी सरकार को लगा कि इससे जनता भड़क सकती है, इसलिए तुरंत इस एप पर आधिकारिक प्रतिबंध लगा दिया गया।
कैसे काम करता है यह एप
इस एप में चैट रूम बनते हैं, जिसमें लोग अपनी बात बोलकर रख सकते हैं और दूसरों की बात सीधे सुन सकते हैं। एक बार चैट बॉक्स से निकलने के बाद पूरा डाटा अपने आप मिट जाता है। यानी उसकी ट्रेसिंग नहीं हो सकती। ऐसे में ये एप सुरक्षित माना जाता है। इस एप का इस्तेमाल टेस्ला और स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क और रॉबिनहुड कंपनी के सीईओ व्लड तेनेव भी करते हैं। इनके द्वारा एप के बारे में लिखे जाने के बाद यह पूरी दुनिया में लोकप्रिय हुआ।
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