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चीन ने अभी तक कार्गो जहाज एमवीअनसतासिया को क्रू चेंज की मंजूरी नहीं दी है
चीन ने अभी तक कार्गो जहाज एमवीअनसतासिया को क्रू चेंज की मंजूरी नहीं दी है. इस जहाज पर हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं. जहाज पर 16 भारतीयों की जान पिछले करीब 180 दिनों से फंसी हुई है. यह जहाज 20 सितंबर से चीन में कार्गो डिस्चार्ज के लिए मंजूरी का इंतजार कर रहा है. एमवी अनसतासिया इस समय नॉर्दन चीन के काओफेदियान बंदरगाह के बीच में खड़ा है. पिछले दिनों जहाज पर एक क्रू मेंबर का हाथ फ्रेक्चर हो गया है और उसे कोई भी मेडिकल हेल्प नहीं मिली है.
कब खत्म होगाा संकट
एमवीअनसतासिया ऑस्ट्रेलिया से आ रहा था और इस पर कोयला लदा हुआ है. 16 भारतीयों के अलावा दो और लोग इस पर सवार हैं जिसमें से एक रूस और सिंगापुर का नागरिक है. एमवी अनसतासिया स्विस्ट्जरलैंड और इटली की कंपनी का जहाज है जबकि इस पर पनापा का झंडा लगा हुआ है.
चीन ने सोमवार को कहा है कि उसने जहाज पर फंसे क्रू से जुड़े भारत के हर अनुरोध का जवाब दिया है. चीन की तरफ से साफ तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा रहा और ऐसे में यह संकट कब खत्म होगा कोई नहीं जानता है.
चीन ने फिर किया झूठा दावा
एमवी अनसतासिया दूसरा जहाज है जो चीन की कारस्तानियों को झेलने पर मजबूर है. इससे पहले एमवी जगआनंद भी इसी तरह से चीन में फंसा हुआ था. छह माह बाद चीन ने 18 जनवरी को इस जहाज को जाने की मंजूरी दी थी. जहाज जापान के छिब पोर्ट पर पहुंचा और फिर क्रू को बदला गया था. जगआनंद पर 23 भारतीय सवार थे और चीन हर बार कोविड-19 प्रोटोकॉल्स का बहाना दे देता था.
चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि चीनी अधिकारी लगातार भारत के पक्ष से संपर्क बनाए हुए हैं. विदेश मंत्रालय का दावा है कि समय-समय पर भारत के अनुरोध का जवाब दिया जा रहा है और साथ ही क्रू चेंज पर सही सुझाव भी दिए जा रहे हैं.
आखिर क्यों नहीं सुन रहा चीन
अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है कि आखिर चीन क्यों जहाज को कार्गो अनलोड करने की मंजूरी नहीं दे रहा है. चीन की तरफ से जहाज पर मौजूद क्रू को किसी भी तरह की मेडिकल हेल्प नहीं दी जा रही है. सिर्फ इतना ही नहीं चीन की तरफ से जहाज से जहाज पर भी क्रू के ट्रांसफर को मंजूरी नहीं दी जा रही है.
क्रू ने अब अथॉरिटीज से अपील की है कि जल्द से जल्द उनकी मदद की जाए. क्रू के मुताबिक रोजाना गुजरते हुए दिन की वजह से जहाज पर हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और साथ ही क्रू भी डिप्रेशन का शिकार होता जा रहा है. चीन में स्थित भारतीय दूतावास की तरफ से लगातार को आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि मसले को जल्द से जल्द सुलझाया जा सके.
जहाज पर लदा 90,000 टन कोयला
एमवी अनसतासिया पनामा का रजिस्टर्ड जहाज है और इस पर 90,000 टन कोयला लदा हुआ है. करीब 70 ऐसे जहाज हैं जो चीन के बंदरगाहों पर फंसे हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी ट्रेड वॉर की वजह से चीन ने इन जहाजों की एंट्री को ब्लॉक कर दिया है. ऑपरेटर अनसतासिया का कहना है कि वही जहाज को बंदरगाह से कहीं और ले जाने की कोशिश भी नहीं कर सकते हैं.
ऐसा करने पर उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी चीन की तरफ से दी गई है. अनसतासिया मेडीटेरियन शिपिंग कंपनी का जहाज है और कंपनी की तरफ से हांगकांग से लेकर जापान, फिलीपींस, सिंगापुर और साउथ कोरिया तक में क्रू चेंज की मंजूरी मांगी गई है. कंपनी ने अगस्त से दिसंबर 2020 के बीच कई बार अनुरोध किया लेकिन चीन ने हर बार मांग को ठुकरा दिया.
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