चीनी शहर तियानजिन में अमेरिका और चीन के बीच सोमवार को आमने-सामने की उच्च स्तरीय वार्ता शुरू होने के बीच चीन ने अमेरिका पर द्विपक्षीय रिश्तों में गतिरोध पैदा करने का आरोप लगाया। एक शीर्ष चीनी राजनयिक ने ने इस दुर्लभ उच्च स्तरीय वार्ता में टकराव के सुर अलापते हुए कहा कि अमेरिका घरेलू समस्याओं से ध्यान हटाने और चीन को दबाने के लिए उसे काल्पनिक शत्रु बना रहा है।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बिगड़के रिश्तों के बीच अमेरिका की दूसरे नंबर की राजनयिक व उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन यहां उच्च स्तरीय बैठक के लिए पहुंची हैं। इस बीच चीनी उप विदेश मंत्री शेई फेंग ने अमेरिका से अपनी अत्यधिक पथभ्रष्ट मानसिकता और खतरनाक नीति को बदलने की अपील की।
शेरमेन, चीन-अमेरिकी रिश्तों के प्रभारी फेंग और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ तियानजिन शहर के रिजॉर्ट में बंद कमरे में हुई बैठकों में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों पर चर्चा की गई। छह माह पूर्व जो बाइडन के अमेरिका में राष्ट्रपति पद संभालने के बाद वह चीन की यात्रा करने वाली सबसे ऊंचे रैंक की अमेरिकी अधिकारी हैं।
संवाद जारी रखना है बैठक का मकसद
बाइडन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि इन वार्ताओं का मकसद किसी विशेष मामले पर चर्चा करना नहीं है, बल्कि उच्च स्तरीय संवाद के माध्यम खुले रखना है। बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समय से ही दोनों देशों के रिश्तों में तनाव की स्थिति बरकरार है। बाइडन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच भी अक्तूबर के अंत में रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर बैठक हो सकती है।
दक्षिण सागर : चीन ने कृत्रिम द्वीपों पर तैनात किए विमान
चीन ने दक्षिण चीन सागर में बनाए गए कृत्रिम द्वीपों को अब हथियारों से पाटना शुरू कर दिया है। हाल में ली गई सैटेलाइट तस्वीरों में खुलासा हुआ है कि चीन ने इन विवादित द्वीपों पर कई लड़ाकू व गश्ती विमान, हैवी ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर और एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों को तैनात किया है। इस सैन्य अड्डे के सहारे चीन का सपना पूरे दक्षिण चीन सागर पर नियंत्रण करना है।
एक माह में 12वीं बार चीनी विमान ताइवान क्षेत्र में घुसा
चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में फिर से घुसपैठ की है। ताइवान रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, एक चीनी सैन्य विमान ने ताइवान के वायु क्षेत्र में प्रवेश किया। इस महीने चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स की यह ताइवान में 12वीं घुसपैठ है। जवाब में ताइवान ने अपना विमान भेजा और रेडियो चेतावनी प्रसारित की।