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पायलट के होते हुए बच्चों ने चलाया विमान, फिर हुई एक गलती और मौत की नींद सोए 75 लोग

Neha Dani
23 March 2021 4:03 AM GMT
पायलट के होते हुए बच्चों ने चलाया विमान, फिर हुई एक गलती और मौत की नींद सोए 75 लोग
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इस घटना में विमान में सवार सभी 75 लोगों की मौत हो गई.

दुनियाभर के हिस्सों से विमान हादसों की खबर आती रहती हैं. इन हादसों की वजह कभी मौसम बनता है तो कभी तकनीकी खामी के चलते विमान हादसों में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ती है. हालांकि, रूस (Russia) में हुआ एक विमान हादसा (Plane Accident) ऐसा भी है, जो एक बच्चे की वजह से हुआ. बच्चे की एक गलती से क्रू मेंबर्स और यात्रियों समेत 75 लोगों की मौत हो गई. बच्चे ने विमान के पंखों को ऑटोपायलट से हटा दिया, जिसकी वजह से ये एक पहाड़ी से जा टकराया. ये विमान हादसा आज ही के दिन रूस के केमेरोवो ओब्लास्ट (Kemerovo Oblast) में हुआ था.

23 मार्च 1994 को एयरबस का एयररोफ्लोट फ्लाइट संख्या 593 हांगकांग (Hong Kong) के काइके एयरपोर्ट के लिए मॉस्को के शेरमेटेवो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (Sheremetyevo International Airport) से नियमित यात्री उड़ान के लिए निकली थी. लेकिन ये हांगकांग पहुंचने से पहले ही केमेरोवो ओब्लास्ट में जा टकराया. इस हादसे के बाद जांच में पता चला कि विमान में किसी भी तरह की तकनीकी खामी नहीं थी. कॉकपिट वॉयस और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर्स से पता चला कि फ्लाइट डेक में पायलट की 12 वर्षीय बेटी और 16 वर्षीय बेटा मौजूद थे. बेटे का हाथों में विमान की कमान थी, लेकिन उससे ये संभला नहीं और विमान पहाड़ से जा टकराया.
नियम तोड़ते हुए बच्चों को कॉकपिट में लाया पायलट
विमान ने जब मॉस्को से हांगकांग के लिए उड़ान भरी तो इसमें 63 यात्रियों के साथ 12 क्रू मेंबर्स सवार थे. पायलट कुदरिंस्की के साथ उनके दो बच्चे भी थी. इन बच्चों की ये पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान थी. इस दौरान पायलट बच्चों को कॉकपिट में ले आए. इस दौरान कॉकपिट में कुदरिंस्की समेत पांच लोग थे. विमान का ऑटोपायलट एक्टिव था, इसलिए कुदरिंस्की ने नियमों का उल्लंघन करते हुए बच्चों को कंट्रोल संभालने के लिए दे दिया. पहले कुदरिंस्की की बेटी पायलट की बायीं सीट पर बैठी. इस दौरान पायलट ने ऐसा दिखाया कि विमान का कंट्रोल बेटी के हाथों में है, इससे बच्ची खुश हुई और जल्द ही सीट से उतर गई.
बच्चे ने लिया कंट्रोल तो बंद हुआ ऑटोपायलट
इसके तुरंत बाद कुदरिंस्की का बेटा एल्डर पायलट की सीट पर बैठ गया. इस दौरान उसने ऑटोपायलट होने के बावजूद भी करीब 30 सेकेंड तक विमान का नियंत्रण अपने हाथों में कर लिया. इस कारण विमान का ऑटोपायलट बंद हो गया और इसके पंखें मैनुअल हो गए, जिसे अब पायलट को काबू करना था. प्लेन अब मैनुअल हो चुका था और अब एल्डर को इसे चलाना था. अभी किसी को ये बात मालूम नहीं थी कि विमान का ऑटोपायलट बंद हो चुका है. लेकिन जैसे ही लगा कि विमान नीचे की ओर झुक रहा है, कॉकपिट में मौजूद सभी लोगों की सांसें अटक गई.
विमान को किया काबू, लेकिन टकराने से नहीं रोक पाए
थोड़ी देर में विमान ने 180 डिग्री का टर्न लिया और फिर तेजी से नीचे की ओर गिरने लगा. विमान तेजी से नीचे की ओर गिर रहा था और गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था. कुदरिंस्की ने किसी तरह पायलट की सीट पर पहुंचकर विमान को काबू में करने का प्रयास किया, लेकिन अब ये तेजी से नीचे की ओर गिर रहा था. किसी तरह विमान को काबू में कर लिया गया, लेकिन कॉकपिट में लगी स्क्रीन के ब्लैंक होने से उन्हें ये बात नहीं मालूम थी कि वह कितने नीचे आ गए हैं. विमान की रफ्तार भी तेज थी, ऐसे में सामने मौजूद पहाड़ को देखने में पायलट नाकामयाब रहे और विमान इससे जा टकराया. इस घटना में विमान में सवार सभी 75 लोगों की मौत हो गई.


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