विश्व

पांच साल बाद आजाद होने जा रही 'Child killer', बच्ची का सिर काटकर किया था ये खतरनाक काम

Gulabi
12 March 2021 3:50 PM GMT
पांच साल बाद आजाद होने जा रही Child killer, बच्ची का सिर काटकर किया था ये खतरनाक काम
x
एक धार्मिक नारा लगाते हुए एक बच्ची का सिर काटने वाली महिला पांच साल बाद रिहा होने जा रही है

एक धार्मिक नारा लगाते हुए एक बच्ची का सिर काटने वाली महिला पांच साल बाद रिहा होने जा रही है. मॉस्को (Moscow) की सड़कों पर चल रही 43 साल की 'चाइल्ड किलर' गुलचेक्रा बोबोकुलोवा (Gyulchekhra Bobokulova) ने एक हाथ में बच्ची का सिर पकड़ रखा था और खुद को उड़ाने की धमकी दी थी. 2016 में एक अदालत ने बोबोकुलोवा के 'मानसिक रूप से बीमार' (Mentally Ill) होने का फैसला सुनाते हुए उसे इलाज के लिए मनोरोग वार्ड (Psychiatric Ward) भेज दिया था. अब दावा किया जा रहा है कि रूसी डॉक्टरों ने उसके 'क्रोनिक साइकियाट्रिक डिसऑर्डर' (Chronic Psychiatric Disorder) को 'ठीक' कर दिया है, जिसके कारण उसने बच्ची की हत्या की थी और उसके सिर को लेकर सड़कों पर निकल पड़ी थी.


बोबोकुलोवा की रिहाई की योजना पर आलोचकों की कड़ी प्रतिक्रिया आ रही है. सभी सवाल उठा रहे हैं कि क्या वो समाज के लिए खतरा नहीं है? भयावह हत्या की फुटेज में पुलिस द्वारा घेरे जाने और फुटपाथ पर लुढ़काने से पहले उसके हाथ में कटा हुआ सिर देखा जा सकता है. इस हत्या ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था. बोबोकुलोवा ने अनास्तासिया (नास्त्या) मेश्चेरीकोव नाम की बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी थी, जिसकी वो देखभाल करती थी. फिर मॉस्को में एक मेट्रो स्टेशन पर बच्ची का सिर हिलाते हुए कहा कि, 'मैं एक आतंकवादी हूं.'

पुतिन से लिया सीरिया का बदला
बोबोकुलोवा ने दावा किया कि वह सीरिया में व्लादिमीर पुतिन द्वारा की गई बमबारी का बदला लेना चाहती थी. हत्या के बाद लड़की के माता-पिता ने अदालत के फैसले पर सवाल उठाए थे और बोबोकुलोवा पर उचित मुकदमा चलाने की मांग की थी. रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी ने उनका समर्थन किया था और साइकियाट्रिक डायग्नोसिस को राजनीति से प्रेरित बताया था. बोबोकुलोवा को अस्पताल में अनिवार्य साइकियाट्रिक ट्रीटमेंट के लिए भेजा गया था.

पीड़िता की मां को है खौफ
पीड़िता की मां ने कहा कि अगर बोबोकुलोवा भविष्य में मुझे या मेरे दूसरे बच्चे को ढूंढ़ लेती है तो मेरा परिवार सुरक्षित महसूस नहीं कर सकता. जांच के दौरान उन्होंने गवाही दी थी कि उसका इरादा हमारे पूरे परिवार को मारने का था. लोकप्रिय ब्लॉगर लीना मिरो ने रिहाई की योजना पर सवाल उठाया, जिसका खुलासा मोस्कोवस्की कोम्सोमोलेट्स अखबार ने किया है.

100 फीसदी ठीक होना असंभव
उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है. दवाई लेने और मनोचिकित्सक को नियमित रूप से दिखाने के डॉक्टर के पर्चे के साथ उसे घर नहीं भेजा जा सकता है लेकिन रूस में ऐसा हो सकता है. मनोचिकित्सक आर्टेम गिलन ने कहा कि सिज़ोफ्रेनिया के साथ मर्ज का दोबारा लौटना संभव है. रोगी का 100 प्रतिशत ठीक होना असंभव है. आप इसे केवल कम कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद ऐसे मरीज विशेष निगरानी में रखे जाते हैं.
Next Story