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संघर्ष विराम लागू होते ही जश्न शुरू, 11 दिन तक चली हिंसा

Subhi
22 May 2021 1:44 AM GMT
संघर्ष विराम लागू होते ही जश्न शुरू, 11 दिन तक चली हिंसा
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इस्राइल-हमास के बीच 11 दिन तक चले संघर्ष के बाद हुए युद्धविराम का संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरस समेत पूरी दुनिया ने स्वागत किया है।

इस्राइल-हमास के बीच 11 दिन तक चले संघर्ष के बाद हुए युद्धविराम का संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरस समेत पूरी दुनिया ने स्वागत किया है। शुक्रवार तड़के दो बजे युद्धविराम लागू होते ही बड़ी संख्या में फलस्तीनी लोग गाजा में सड़कों पर जश्न मनाने लगे। हालांकि दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस युद्धविराम की सराहना की है।

इस्राइली कैबिनेट द्वारा बिना शर्त युद्धविराम के फैसले पर मुहर लगाने के बाद बाइडन ने व्हाइट हाउस में कहा, दोनों पक्षों के नागरिकों को समान रूप से जीने और आजादी व समृद्धि का हक है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर गाजा के लोगों को त्वरित मानवीय मदद मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
संघर्ष विराम के प्रभावी होते ही देर रात 2 बजे गाजा में जोश का माहौल देखने को मिला। लोग घरों से बाहर आ गए, कुछ लोग 'अल्ला हू अकबर' बोलने लगे या अपनी बालकनी से सीटी बजाने लगे। कई लोगों ने हवा में गोलियां चलाईं और इस विराम पर जश्न मनाया।
दस मई को अल-अक्सा मस्जिद कंपाउंड में शुरू यह संघर्ष बिना किसी निष्कर्ष के खत्म हुआ। इस्राइल-हमास के बीच इस जंग में 11 दिनों के भीतर 244 लोगों की जान गई।
इसमें 65 बच्चों व 39 महिलाओं समेत 232 फलस्तीनी मारे गए जबकि 12 इस्राइलियों की मौत हुई। दोनों तरफ से रॉकेटों-मिसाइलों की बौछार में 1,900 से ज्यादा फलस्तीनी घायल हुए। सैकड़ों इमारतों व शहरों का मूलभूत ढांचा भी तबाह हुआ।
आतंकी गुटों के रॉकेट हमले रोकने में विफल रहा हमास : बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर हुई चर्चा में युद्धविराम के फैसले का स्वागत करते हुए इस्राइल के मिसाइल रोधी सिस्टम 'आयरन डोम' की सराहना की। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि हमारे पास प्रगति के वास्तविक अवसर हैं और मैं इसके लिए प्रतिबद्ध हूं।
बाइडन ने कहा, इस्राइल ने हमास को बहुत अधिक नुकसान का दावा किया है लेकिन वह भी इस्लामी आतंकी गुटों द्वारा लगातार रॉकेट दागे जाने को रोक पाने में विफल रहा है।
युद्धविराम पर देश में घिरे नेतन्याहू
संघर्ष विराम की घोषणा के तुरंत बाद इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू देश में कट्टर दक्षिणपंथी पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं। न्यू होप के नेता गिडीओन सआर ने सरकार की युद्धविराम योजना की निंदा कर कहा है कि इसका देश के संकल्प पर बुरा असर पड़ेगा और भविष्य में देश को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
एक और दक्षिणपंथी पार्टी इस्राइल बेतेनु के प्रमुख अविग्डोर लिबरमैन ने इसे नेतन्याहू की एक और नाकामी बताया। घोर धार्मिक यहूदी पार्टी के नेता बेजालेल स्मोर्टिच ने नेतन्याहू को चेताया कि अगर युद्धविराम में येरूशलम पर रियायत शामिल है तो सरकार बनाने का ख्याल छोड़ दीजिए।

वार्ता बहाली योग्य माहौल बनाएं : भारत
भारत ने रेखांकित किया है कि इस्राइल-फलस्तीन में वार्ता बहाल करने के लिए जरूरी माहौल तैयार करने के मकसद से हर संभव कोशिश की जानी चाहिए। भारत ने जोर दिया, क्षेत्र में दीर्घकालिक शांति और स्थिरता कायम के लिए अर्थपूर्ण वार्ता का दौर लंबा चल सकता है।
पश्चिम एशिया और फलस्तीन के हालात पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा की बुलाई गई बैठक में बोलते हुए भारत के यूएन में राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा, हम गाजा से इस्राइल पर दागे जा रहे रॉकेट की निंदा करते हैं जिसमें भारत ने भी अपना एक नागरिक सौम्या संतोष (नर्स) को खोया है।

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