x
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी में 11 दिन से चल रहे सैन्य अभियान को रोकने के लिए एकतरफा युद्धविराम को मंजूरी दे दी है।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सुरक्षा कैबिनेट ने गाजा पट्टी में 11 दिन से चल रहे सैन्य अभियान को रोकने के लिए एकतरफा युद्धविराम को मंजूरी दे दी है। इस्राइल मीडिया ने बृहस्पतिवार देर रात यह जानकारी दी।
मडिया में आई खबरों में कहा गया है कि हमलों को रोकने के लिए अमेरिका की ओर से दबाव बनाए जाने के बाद यह फैसला किया गया है। कई रिपोर्ट में कहा गया है कि संघर्ष विराम फैसले से करीब तीन घंटे बाद देर रात दो बजे से लागू हो जाएगा।
नेतन्याहू के कार्यालय ने इन रिपोर्ट की तत्काल पुष्टि नहीं की और हमास ने भी इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
वहीं रायटर्स के मुताबिक हमास के अधिकारियों ने कहा कि इस्राइल के साथ युद्धविराम शुक्रवार सुबह 2 बजे से लागू होगा। इस्राइली कैबिनेट ने युद्धविराम की पुष्टि की है लेकिन इसके लागू होने का समय नहीं बताया है।
बता दें कि यूरोप ने युद्धविराम के लिए इस्राइल पर दबाव बढ़ाया है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने तीन दिन में दूसरी बार इस्राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से अगले 24 घंटे में टकराव रोकने की उम्मीद जताई थी। लेकिन नेतन्याहू इसके लिए तैयार नहीं दिखे थे और बृहस्पतिवार को भी गाजा पर हमले जारी रहे।इस दौरान गाजा के मध्य शहर दीर अल-बाला, दक्षिणी शहर खान यूनिस व गाजा के वाणिज्यिक मार्ग अल-सफ्तावी स्ट्रीट पर भी कई हवाई हमले हुए। इस्राइली सेना ने हमास आतकी कमांडरों के चार घरों को निशाना बनाया। हमलों में अल-खोजंदर में सो रहे 11 लोग घायल हो गए। नेतन्याहू ने बाइडन के समर्थन की सराहना करते हुए इस्राइलियों को सुरक्षा देने के लिए आगे बढ़ने की बात कही।
उधर, राष्ट्रपति बाइडन पर उनकी ही पार्टी के वामपंथियों और यूरोप में मुस्लिम प्रवासियों व आतंकवाद की आशंका के चलते गाजा में संघर्ष विराम को लेकर सियासी दबाव बढ़ गया था। यह भी आशंका थी कि कहीं मध्य-पूर्व के देश भी युद्ध में न कूद पड़ें।
Next Story