विश्व
Catherine का बयान काफी अहम, कहा- रूस को अलग-थलग करना सबसे खराब विकल्प
Rounak Dey
11 Oct 2022 11:19 AM GMT
x
इसके अलावा फ्रांस के रवैये से ये भी काफी हद तक साफ हो गया है कि यूरोप रूस और यूक्रेन युद्ध पर बिखरा हुआ है।
रूस और यूक्रेन के बीच 7 माह से अधिक समय ये जारी जंग के बीच मास्को को लेकर लगातार विचारों में तेजी से बदलाव आता दिखाई दे रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि फ्रांस की विदेश मंत्री Catherine Colonna का कहना है कि रूस से बातचीत करनी जरूरी है। फ्रांस का ये भी मानना है कि रूस को अलग-अलग रखने करने के वो खिलाफ है। फ्रांस की तरफ से आया ये बयान काफी अहम माना जा रहा है। फ्रांस ने ये बयान देकर युद्ध को रोकने की अपनी मंशा को कहीं न कहीं दोहराया है। आपको बता दें कि युद्ध रोकने की मंशा से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रान ने काफी समय पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत भी की थी। हालांकि, ये वार्ता किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी थी।
Catherine का बयान काफी अहम
इस लिहाज से कैथरीन का बयान काफी अहम हो गया है। उन्होंने कहा है कि बातचीत का जरिया हमेशा खुला रहना चाहिए और राष्ट्रपति पुतिन से बात की जानी चाएि। फ्रांस के इंटर रेडियो स्टेशन पर अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने कहा है कि रूस को विश्व में अलग-थलग करने का विचार सबसे खराब विकल्प है। उन्होंने ये भी कहा कि आपसी बातचीत से ही यूक्रेन के कब्जे में लिए गए Zaporozhye Nuclear Power Plant में International Atomic Energy Agency mission को भेजना संभव हो सका था। इसलिए बातचीत से कुछ न कुछ हल जरूर निकलता है।
यूक्रेन ने किया कर्च ब्रिज पर हमला
उन्होंने ये भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि जब इस विवाद को खत्म हो जाना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो ये यूं ही चलता रहेगा, जो कि फ्रांस के लिए भी सही नहीं है। आखिरकार रूस हमारा पड़ोसी देश है। जब उनसे क्रीमियन ब्रिज पर हुए जबरदस्त ब्लास्ट के बाबत एक सवाल किया गया तो उन्होंने माना कि ये यूक्रेन हमले का ही नतीजा था। क्रिस्टीना ने इस बाबत बेझिझक होकर ये जवाब दिया और सभी तरह की दूसरी संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया । हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो इसके नतीजे को लेकर अनभिज्ञ हैं।
कर्च ब्रिज धमाका
गौरतलब है कि रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाले कर्च ब्रिज पर शनिवार की सुबह एक ट्रक में जबरदस्त धमाका हुआ था। इसकी वजह से पुल का एक हिस्सा ढह गया था। इस धमाके को रूस के लिए एक झटके के तौर पर लिया गया था। इसके बाद रूस ने कीव पर जबरदस्त मिसाइल हमले किए हैं। आपको बता दें कि रूस ने भी इस हमले के पीछे यूक्रेन का ही हाथ बताया है। रूस ने इसके पीछे यूक्रेन की खुफिया एजेंसी का हाथ बताया है। ये ब्रिज रूस के लिए एक सप्लाई लाइन के रूप में काम करता है। वहीं अब फ्रांस की तरफ से आए इस बयान ने रूस की बात को कहीं न कहीं सही साबित कर दिया है। इसके अलावा फ्रांस के रवैये से ये भी काफी हद तक साफ हो गया है कि यूरोप रूस और यूक्रेन युद्ध पर बिखरा हुआ है।
Next Story