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बंद आंखो से 30 सेकेंड में 35 बार केच की बॉल, बना लिया विश्व रिकॉर्ड

Gulabi Jagat
25 May 2022 2:08 PM GMT
बंद आंखो से 30 सेकेंड में 35 बार केच की बॉल, बना लिया विश्व रिकॉर्ड
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30 सेकेंड में 35 बार केच की बॉल
कड़ी मेहनत और लगन से कुछ करने की ठानों से सफलता मिल ही जाती है. कुछ लोग होते ही हैं ऐसे जुनूनी, की उन्हें हमेशा कुछ अलग करते रहना पसंद होता है. आम लोगों की तरह आम जीवन और सामान्य काम ऐसे लोगों को कहां रास आता है. तभी तो वो समय-समय पर झटके देते रहते हैं और कुछ ऐसा कर जाते हैं जो अमूमन कोई सोच भी नहीं सकता. ऐसे ही हैं डेविड रश.
अमेरिका के इडाहो में डेविड रश ने एक नया विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया. आंखों पर पट्टी बांधकर 30 सेकेंड में लगातार 35 बार बीच बॉल को कैच कर उन्होंने पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड अपने नाम किया. पिछला रिकॉर्ड 30 सेकेंड में 32 बार कैच का है. डेविड रश अब तक अलग-अलग तरह से 200 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. एक खास उद्देश्य के लिए उन्होंने से वर्ल्ड रिकॉर्ड ज़िम्मा उठाया. आंखों पर पट्टी के साथ बॉल कैच करना भी इसी कड़ी का हिस्सा है.
बंद आंखो से 30 सेकेंड में 35 बार केच की बॉल
डेविड रश ने अपने पड़ोसी हैनिन के साथ मिलकर ये नया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. एक साथ मिलकर दोनों ने अब तक 25 के करीब रिकॉर्ड्स ब्रेक किए हैं. और अब वो 60 सेकेंड के एक खेल में फिर से साथ मिलकर नए रिकॉर्ड की तैयारी करना चाहते हैं. 30 सेकेंड में 35 बार बीच बॉल कैच करने वाले रिकॉर्ड का पूरी वीडियो डेविड ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया. जहां उनके रिकॉर्ड के हर बारीकी और इस खेल को अच्छे से देखा और समझा जा सकता है.

सीरियल गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेकर हैं रश, 200 के पार हैं रिकॉर्ड्स
वहीं रश ने अपने इस नए विश्व रिकॉर्ड के बारे में बात करते हुए बताया कि रिकॉर्ड का सबसे महत्वपूर्ण पहलू था समय. जिसका बेहतर ढंग से आंकलन करने के बाद अपनी ओर बॉल आने की टाइमिंग को बखूबी समझ गए थे. जिससे उन्हें पता चल जाता था कि गेंद कब उनकी तरफ आने वाली है कब नहीं. बस इसी कैलकुलेशन से वो कैच लेने के लिए अपने हाथों को खोलते और बंद करते थे. इस खेल की कठिनाई कोई तभी समझ सकता जब खुद आंखों पर पट्टी बांधकर इसे आज़माए. आपको बता दें कि 36 साल के डेविड रश एक सीरियल गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेकर हैं और 2022 में 250वां वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम करने की उम्मीद कर रहे हैं. वह STEM एजुकेशन (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) को बढ़ावा देने के कोशिश में एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं.
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