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कोरोना से मौत का इन देशों में बढ़ रहे मामले, आने वाले दो हफ्तों में 20 करोड़ से अधिक हो सकते हैं केस: WHO

Tara Tandi
28 July 2021 2:47 PM GMT
कोरोना से मौत का इन देशों में बढ़ रहे मामले, आने वाले दो हफ्तों में 20 करोड़ से अधिक हो सकते हैं केस: WHO
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विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा बीते हफ्ते में 21 फीसदी तक बढ़ा है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा बीते हफ्ते में 21 फीसदी तक बढ़ा है. इसके पीछे का मुख्य कारण कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट (Coronavirus Delta Variant) को माना जा रहा है, जो मूल वायरस से अधिक संक्रामक और खतरनाक है. अपनी साप्ताहित रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अधिकतर मौत अमेरिका और दक्षिणपूर्वी एशियाई देशों में हुई हैं, जिसके चलते दुनियाभर में मृतकों का कुल आंकड़ा बढ़कर 40 लाख से अधिक हो गया है.

संगठन ने कहा कि प्रति एक लाख लोगों की आबादी पर होने वाली मौत के आंकड़े देखे गए. ताजा आंकड़ों में पता चला कि अमेरिकी और दक्षिण-पूर्व एशियाई क्षेत्र में प्रति एक लाख लोगों पर क्रमश: 2.8 और 1.1 मौत हुई हैं. दुनियाभर में कुल कोविड-19 मामलों में भी 8 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है. बीते सप्ताह में औसतन लगभग 540,000 दैनिक संक्रमण के मामले दर्ज किए गए. डब्ल्यूएचओ ने मामलों में वृद्धि को लेकर भी चेतावनी जारी की और कहा है, 'अगर ऐसा ही जारी रहा तो आने वाले दो हफ्तों में कोरोना के मामले 20 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेंगे.'

इन देशों में बढ़ रहे मामले

रिपोर्ट के अनुसार, बीते हफ्ते सबसे अधिक मामले ब्राजील, अमेरिका, इंडोनेशिया, ब्रिटेन और भारत से सामने आए हैं. जहां अमेरिका और ब्राजील में मामले बढ़े हैं, वहीं इंडोनेशिया और ब्रिटेन में कुछ कमी दर्ज की गई है. जबकि भारत में कोरोना वायरस के मामलों में कोई परिवर्तन नहीं देखा गया है (Coronavirus Most Affected Countries). रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिक तेजी से फैलने वाला कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट आठ और देशों में फैल गया है. जिसके बाद ये कुल 132 देशों तक पहुंच चुका है.

वैक्सीन को बताया बेहद जरूरी

कोरोना के नए वेरिएंट मिलने के बाद से वैक्सीन की प्रभावशीलता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस पर स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि बेशक कुछ अध्ययनों में वेरिएंट के खिलाफ न्यूट्रलाइजेशन में कमी देखी गई है लेकिन इससे वैक्सीन की प्रभावशीलता पूरी तरह कम नहीं हो जाती (WHO Coronavirus Data). डब्ल्यूएचओ ने वैक्सीन लगवाने को जरूरी बताते हुए कहा कि ये पता चला है कि कुछ वैक्सीन उच्च एंटीबॉडी बनाने में मदद कर रही हैं (WHO on Covid-19 Vaccines). तो ऐसे में न्यूट्रलाइजेशन में कमी के कारण ये नहीं कहा जा सकता कि वैक्सीन की प्रभावशीलता कम है.

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