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धातु से जोड़ी युद्ध में टूटी हुई हड्डी, 2000 साल पहले खोपड़ी की सर्जरी को देख वैज्ञानिक भी हैरान

Gulabi
16 Jan 2022 4:49 PM GMT
धातु से जोड़ी युद्ध में टूटी हुई हड्डी, 2000 साल पहले खोपड़ी की सर्जरी को देख वैज्ञानिक भी हैरान
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धातु से जोड़ी युद्ध में टूटी हुई हड्डी
लीमा: आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने मानव शरीर के लगभग हर अंग का ऑपरेशन करना संभव बनाया है। लेकिन, आज से कुछ सौ साल पहले ऐसा करना बहुत मुश्किल होता था। पुराने समय में कबीले, जातियां और राजा-महाराजा अपनी सीमाओं के विस्तार के लिए लड़ते रहते थे। उनमें से कई जब युद्ध के दौरान घायल होते थे तो उनका इलाज करना मुश्किल हो जाता था। लेकिन, हाल में ही 2000 साल पहले खोपड़ी के ऑपरेशन का एक सबूत मिला है। इसमें उस समय के डॉक्टरों ने धातु का इस्तेमाल कर टूटी हुई खोपड़ी को जोड़ दिया था।
अमेरिका के म्यूजियम में रखी गई है खोपड़ी
धातु से जोड़ी गई इस खोपड़ी को वर्तमान में अमेरिका के ओक्लाहोमा में म्यूजियम ऑफ ऑस्टियोलॉजी में रखा गया है। माना जाता है कि आज से 2000 साल पहले युद्ध के दौरान इस खोपड़ी वाले इंसान को चोट लगी थी। घायल अवस्था में युद्ध से लौटने के बाद इस योद्धा की खोपड़ी में फ्रैक्चर होने के कारण सर्जरी करनी पड़ी थी। इस ऑपरेशन से योद्धा की खोपड़ी पूरी तरह से ठीक भी हो गई थी।
खोपड़ी की सर्जरी आज भी काफी मुश्किल
टूटी हुई खोपड़ी को बहुत गंभीर चोट माना जाता है। इससे न सिर्फ स्थायी विकलांगता हो सकती है, बल्कि अगर समय पर इलाज नहीं हुआ तो मौत तक हो सकती है। ऐसा माना जाता है कि पेरू के सर्जनों को इस सर्जरी को करने के लिए मजबूर किया गया। जिसके बाद उन्होंने टूटी हुई खोपड़ी को जोड़ने के लिए चमत्कारिक रूप से धातु को पिघलाकर इस्तेमाल किया था।
चांदी और सोने का किया था इस्तेमाल
म्यूजियम ऑफ ऑस्टियोलॉजी का भी मानना है कि आदमी इस सर्जरी से बच गया लेकिन खोपड़ी के इतिहास को लेकर अभी भी बहुत सारे रहस्य हैं। म्यूजियम के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम धातु को नहीं जानते हैं। परंपरागत रूप से उस समय इस प्रकार की प्रक्रिया के लिए चांदी और सोने का उपयोग किया जाता था। इस खोपड़ी को पहले संग्रहालय में सार्वजनिक रूप से नहीं रखा गया था। 2020 में इसके रहस्यों के कारण म्यूजियम ने इसे प्रदर्शनी में शामिल करने का फैसला किया था।
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