विश्व

जासूसी मामले में ईरान की जेल में कैद ब्रिटिश-महिला हुई रिहा

Neha Dani
8 March 2021 2:30 AM GMT
जासूसी मामले में ईरान की जेल में कैद ब्रिटिश-महिला हुई रिहा
x
जिसके बारे में वो बार-बार जिक्र करती हैं जब भी उनसे बात होती है.

जासूसी के आरोप में पांच साल तक ईरान की जेल में रखी गई एक ब्रिटिश-ईरानी महिला की सजा रविवार को समाप्त हो गई. उनके वकील ने कहा कि हालांकि उस पर एक नया मुकदमा चल रहा है और अभी वह घर नहीं लौट सकती है. वकील ने कहा कि नाज़नीन ज़घारी-रैटक्लिफ तेहरान की राजधानी में अपने माता-पिता के घर पर नजरबंद हैं.

ईरान की सरकारी मीडिया ने रविवार को कहा कि उसे 13 मार्च को फिर से नए आरोपों के लिए अदालत में बुलाया गया है, जिसमें 'दुष्प्रचार करना' भी शामिल है. लंबे समय से चल रहे इस मामले की वजह से ब्रिटेन और ईरान के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं और ईरान को अंतरराष्ट्रीय नाराजगी का सामना करना पड़ा है.
जल्द से जल्द मिले घर लौटने की अनुमति
ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमिनिक राब ने रविवार को ज़घारी-रैटक्लिफ की सजा खत्म होने का स्वागत किया. साथ ही उन्होंने ईरान से रैटक्लिफ को घर लौटने की अनुमति देने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि ईरान का उसके साथ व्यवहार असहनीय है. उसे अपने परिवार के पास लौटने की अनुमति जल्द से जल्द दी जानी चाहिए.
ज़घारी-रैटक्लिफ को 2016 में तेहरान में एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया था. उस समय वो थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन में काम करती थीं. रिचर्ड-रैटक्लिफ ने सालों तक अपनी पत्नी की रिहाई के लिए अभियान चलाया. उन्होंने कहा कि ईरान ने उनकी पत्नी को मामले में 'अतिरिक्त' की तरह हिरासत में रखा था.
क्या करना पड़ेगा एक और सजा का सामना
ब्रिटेन की सांसद ट्यूलिप सिद्दीक ने बीबीसी से बात करते हुए कहा कि अभी तक ज़घारी-रैटक्लिफ के पास पासपोर्ट नहीं था. उन्होंने कहा कि उन्हें अदालत में वापस जाना पड़ेगा और हमें नहीं पता कि वहां क्या होगा. नाजनीन काफी चिंतित है क्योंकि उसके खिलाफ एक और मामले की बात चल रही है, जिसका मतलब साफ है कि एक और सजा और हम नहीं जानते कि कब तक. हालांकि सिद्दीक ने कहा कि Ankle Tag के हटने का मतलब है कि वो अपनी बुजुर्ग दादी से मिल सकती है, जिसके बारे में वो बार-बार जिक्र करती हैं जब भी उनसे बात होती है.


Next Story