
ब्रिटेन के चीफ मेडिकल ऑफिसर क्रिस व्हिटी ने नए कोरोना वैरिएंट्स को लेकर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि वायरस के नए वैरिएंट्स आने की आशंका है। इनमें से कुछ खतरनाक हो सकते हैं, जिनके सामने वैक्सीन भी फेल हो जाएगी। व्हिटी का ये बयान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की उस घोषणा के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में अब लोगों को कोरोना संक्रमण होने पर भी आइसोलेट होने की जरूरत नहीं होगी। सोमवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्हिटी ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव होने पर सेल्फ आइसोलेट होने बहुत जरूरी है। उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री जॉनसन की घोषणा के बाद भी लोग जरूरी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहेंगे।
व्हिटी ने कहा, "अगले कुछ हफ्तों में भी हमारे पास ओमिक्रॉन मामलों की दर ज्यादा होगी। मैं लोगों को सलाह देता हूं कि वे अभी भी कोरोना होने पर आइसोलेट हों ताकि दूसरों में ये संक्रमण न फैले।" व्हिटी कहते हैं कि नए वैरिएंट्स में से कुछ ओमिक्रॉन से ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं। इसका मतलब भविष्य में दोबारा ज्यादा संक्रमण फैलने और अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ सकती है। इसलिए कोरोना को हल्के में न लेकर उससे बचना जरूरी है। व्हिटी के अनुसार, ये अच्छी बात है कि गर्मी का मौसम आते-आते कोरोना मामलों में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन अगले साल सर्दी के मौसम में कोरोना, फ्लू और बाकी तरह के रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन्स हमारे लिए मुसीबत बन जाएंगे। ये आने वाले सालों में भी हो सकता है। बोरिस जॉनसन ने सोमवार को कोरोना के साथ जीने की अपनी योजना पर यूके कैबिनेट को जानकारी दी। इस योजना में महामारी से जुड़े सभी कानूनी प्रतिबंधों को खत्म किया जाएगा। जॉनसन ने स्वीकार किया कि महामारी खत्म नहीं हुई है, लेकिन वैक्सीन्स की वजह से ब्रिटेन सामान्य स्थिति की ओर कदम बढ़ा रहा है। नई योजना के अनुसार, कोरोना संक्रमण होने पर मरीज के लिए सेल्फ आइसोलेशन अनिवार्य नहीं होगा। इसके साथ ही कोरोना टेस्ट सेंटर्स कम किए जाएंगे और फ्री टेस्टिंग पर 1 अप्रैल से प्रतिबंध लगाया जाएगा। हालांकि गरीब लोगों के लिए फ्री टेस्टिंग उपलब्ध रहेगी। ये गाइडलाइन कुछ दिनों में लागू कर दी जाएगी।