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रूस को लेकर ब्रिटेन का बड़ा बयान

jantaserishta.com
30 April 2022 2:44 AM GMT
रूस को लेकर ब्रिटेन का बड़ा बयान
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नई दिल्ली: रूस ने जब यूक्रेन पर हमला किया, तब से ही परमाणु युद्ध और विश्वयुद्ध की धमकियां दे रहा है. ऐसे युद्ध की आशंकाएं जताई भी जा रही थीं लेकिन ये अभी तक सिर्फ धमकियां, अटकलें और चर्चाओं तक ही सीमित था. पहली बार रूस और यूक्रेन को छोड़कर दुनिया के किसी देश ने ये माना है कि रूस एक खास दिन पर पूरे विश्व को युद्ध की आग झोंक देगा. वह तीसरा देश है ब्रिटेन.

ब्रिटेन ने विश्वयुद्ध के ऐलान की तारीख बताई है. ब्रिटेन का दावा है कि 9 मई की विक्ट्री डे परेड में रूस अपनी विरोधी शक्तियों के खिलाफ जंग का ऐलान करने वाला है. ब्रिटेन ने ये भी कहा है कि रूस, यूक्रेन को मिल रही मदद का पूरा तंत्र तोड़ने वाला है. लेकिन सवाल ये है कि आखिर ऐसा दावा क्यों किया गया है. 24 फरवरी को यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के नाम पर रूस ने हर हथियार का इस्तेमाल किया. हाइपरसोनिक मिसाइल, क्लस्टर बम और वैक्यूम बमों से यूक्रेन को तबाह कर दिया लेकिन समय के साथ रूस भी अब युद्ध के लंबा खिंचने से बेचैन हो रहा है. वह बहुत दिनों तक युद्ध नहीं लड़ना चाहता.
ऐसी खबरें हैं कि रूस ने अपने जनरलों को निर्देश दिया है कि 9 मई से पहले वे यूक्रेन जीतकर आएं. ऐसा इसलिए भी, क्योंकि रूस 9 मई को विक्ट्री डे मनाता है. 9 मई को रूस द्वितीय विश्वयुद्ध में मिली जीत की खुशी विक्ट्री डे के तौर पर मनाता है जिसमें वो दुनिया के सामने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करता है. 9 मई 1945 को सोवियत सेना ने नाजी जर्मनी की सेना को बुरी तरह हराकर जीत दर्ज की थी. इसी जीत का जश्न विक्ट्री डे के तौर पर हर साल मनाया जाता है. अब ये बताना भी जरूरी है कि यूक्रेन की तबाही और 9 मई का कनेक्शन क्या है?
दरअसल रूस ने जब यूक्रेन पर हमला किया तो उसने यूक्रेन की ओर से लड़ने वाले हर शख्स को Neo Nazi कहा. शायद यही वजह है कि पुतिन चाहते हैं कि रूस अब यूक्रेन की इस कथित Neo Nazi सेना को सोवियत स्टाइल में हराकर विक्ट्री डे परेड में शान से जाए. यूक्रेन पर जीत दर्ज करके, वो अपना नाम रूस के सबसे दमदार राष्ट्रपति के रूप में दर्ज कराना चाहते हैं. रूस, यूक्रेन के कुछ हिस्सों जैसे- डॉनबास, मारियूपोल, खेरसॉन और खारकीव जैसे क्षेत्रों पर संपूर्ण कब्जा करना चाहता है ताकि विक्ट्री डे परेड में इन इलाकों पर अपनी जीत की झांकी निकाल सके. यही कारण है कि 9 मई की तारीख को लेकर ब्रिटेन सहित तमाम नैटो देश आशंकित हैं. दुनिया को डर है कि कहीं 9 मई 2022 विश्व युद्ध की शुरुआत की आधिकारिक तारीख न बन जाए.
ये विक्ट्री डे परेड ही है जो दुनिया को रूस की मारक शक्ति का अहसास कराती है. इस परेड में शामिल होने वाले हथियारों की झांकी ही दुनिया के ताकतवर देशों को ये सोचने पर मजबूर करती है कि रूस से भिड़ना खतरनाक हो सकता है. एक बार फिर यूक्रेन में रूस की मारक शक्ति दुनिया देख रही है लेकिन इस युद्ध में उसके और जीत के बीच कई देश रोड़ा बने हुए हैं. ऐसे माहौल में पुतिन के सामने रूस की शान की रक्षा करने की चुनौती भी है. पुतिन दुनिया को ये बताना चाहते हैं कि इस युद्ध में यूक्रेन की हार निश्चित है और इसीलिए उनका विक्ट्री डे प्लान एक्टिवेट हो चुका है. इसीलिए दुनिया के कई शक्तिशाली देश डरे हुए हैं.
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