यूक्रेन पर UNSC की बैठक खत्म, अब इस मुद्दे पर होगी एक खुली बैठक, भारत भी देगा बयान
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में विद्रोहियों के कब्जे वाले शहरों डोनेट्स्क और लुहान्स्की को अलग देश की मान्यता देने के बाद सेना भेजने का आदेश कर दिया है। पुतिन ने रक्षा मंत्रालय को पूर्वी यूक्रेन के दोनों अलगाववादी क्षेत्रों डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक और लुगांस्क पीपुल्स रिपब्लिक में रूसी सैनिकों को भेजने के लिए कहा है। वहीं इस मामले में संयुक्त राष्ट्र (UN) ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई गई। यूक्रेन पर UNSC की बैठक खत्म भी हो गई। इस मुद्दे पर अब एक खुली बैठक होगी। बैठक में भारत भी बयान देगा। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्सकी (Zelensky) ने पश्चिमी देशों से समर्थन की उम्मीद जाहिर की है और कहा, 'विद्रोही इलाकों पर रूस की कार्रवाई से हम नहीं डरते हैं।'
#BREAKING UK government says it will announce "significant" new sanctions on Russia pic.twitter.com/CC7lzlPlXI
— AFP News Agency (@AFP) February 21, 2022
सोमवार को रूस की कार्रवाई के तुरंत बाद जेलेंस्की ने वैश्विक नेताओं से संपर्क साधा। इसके बाद देश को संबोधित करते हुए कहा कि यूक्रेन किसी से नहीं डरता। साथ ही उन्होंने क्रेमलिन के इस कदम को अपने देश की संप्रभुता का उल्लंघन करार दिया। उल्लेखनीय है कि फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश अब यूक्रेन के साथ खड़े हैं। अमेरिका और ब्रिटेन ने तो रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने तक का फैसला ले लिया है।
After the #NSDC meeting, discussed the current situation with @BorisJohnson. Now we are urgently preparing an address and after that, talks with @eucopresident and @RTErdogan are planned.
— Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 21, 2022
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन ने सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के विद्रोही इलाकों डोनेत्सक व लुहांस्क को अलग देश घोषित कर दिया। पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन पर दावा करते हुए इसे प्राचीन रूस का हिस्सा बताया। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को यूक्रेन पर रूसी हमले के खतरे से आगाह किया था। ब्लिंकन ने कहा था कि इसे रोकने के लिए शीर्ष स्तर पर प्रयास किए जाने चाहिए।