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वेलिंगटन,(आईएएनएस)| न्यूजीलैंड के नवनियुक्त प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने बुधवार को कहा कि 'महंगाई की महामारी' से निपटना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। हिपकिंस ने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'ब्रेड-एंड-बटर' मुद्दों के बारे में न्यूजीलैंड के लोग सबसे ज्यादा चिंतित हैं, जिसका समाधान करने की जरूरत है।
हिपकिंस ने बुधवार को न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, उनके पूर्ववर्ती जैसिंडा अर्डर्न ने आधिकारिक रूप से अपना इस्तीफा दे दिया है। गवर्नमेंट हाउस में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में हिपकिंस ने आधिकारिक तौर पर शीर्ष पद संभाला और कार्मेल सेपुलोनी उप प्रधानमंत्री बने।
हिपकिन्स ने कहा कि, दिसंबर 2022 तक के 12 महीनों में 7.2 प्रतिशत की अपरिवर्तित मुद्रास्फीति का आंकड़ा, बुधवार को जारी किया गया, यह पुष्टि करता है कि इस पर सरकार का फोकस है। मुद्रास्फीति का स्तर स्पष्ट रूप से टिकाऊ नहीं है, उन्होंने कहा, वैश्विक आर्थिक स्थिति के कारण जीवन-यापन के दबाव को जोड़ा गया है।
हिपकिंस ने न्यूजीलैंड में 7.2 प्रतिशत मुद्रास्फीति की तुलना ऑस्ट्रेलिया में 7.8 प्रतिशत, ब्रिटेन में 10.5 प्रतिशत, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) के औसत के रूप में 10.3 प्रतिशत, यूरोपीय संघ में 11.1 प्रतिशत के साथ की। प्रधानमंत्री के रूप में, वह गुरुवार को ऑकलैंड में व्यवसायों के साथ बात करेंगे, वैश्विक श्रमिकों की कमी मुख्य विषयों में से एक होने की उम्मीद है।
हिपकिन्स अगले हफ्ते मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगे। शीर्ष नेतृत्व की भूमिका के अलावा, उनके पास राष्ट्रीय सुरक्षा और खुफिया मंत्रालय होगा। पिछले हफ्ते अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए, अर्डर्न ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व की भूमिका के साढ़े पांच साल बाद, वह सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद एक और साल या कार्यकाल के लिए पद पर नहीं रह सकतीं।
हिपकिंस ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने और अर्डर्न ने पिछले कुछ वर्षों पर विचार किया है, यह एक कड़वा क्षण है। न्यूजीलैंड का 2023 का आम चुनाव 14 अक्टूबर को होगा।
--आईएएनएस
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