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ब्राजील : आपातकालीन सूखा अलर्ट की जारी, जंगलों में आग लगने का खतरा

Khushboo Dhruw
29 May 2021 6:29 PM GMT
ब्राजील : आपातकालीन सूखा अलर्ट की जारी, जंगलों में आग लगने का खतरा
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ब्राजील (Brazil) की सरकारी एजेंसियों ने इस हफ्ते ‘सूखे’ की चेतावनी दी है

ब्राजील (Brazil) की सरकारी एजेंसियों ने इस हफ्ते 'सूखे' की चेतावनी दी है क्योंकि देश 91 सालों में सूखे के सबसे बुरे हालातों का सामना कर रहा है. इसके बाद अमेजन (Amazon) में आग लगने का खतरा बढ़ गया है. साथ ही एनर्जी राशनिंग, कृषि और हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर जेनेरेशन (Hydroelectric Power Generation) को लेकर भी चिंताएं बढ़ गई हैं.

बिजली क्षेत्र की मॉनिटरिंग कमिटी, जो ब्राजील के 'खान एवं ऊर्जा मंत्रालय' से जुड़ी हुई है, ने गुरुवार को कहा कि जल नियामक एएनए ने 'पानी की कमी' की स्थिति की जानकारी दी है. वहीं कृषि मंत्रालय से जुड़ी एक मौसम निगरानी एजेंसी (Weather Monitoring Agency) ने अलग से जून से सितंबर तक के लिए अपना पहला 'आपातकालीन सूखा अलर्ट' जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि इस अवधि के दौरान ब्राजील के पांच राज्यों में कम बारिश होने की संभावना है.
अमेजन वर्षावन में आग का खतरा
ब्राजील के अधिकांश हिस्सों में बारिश की कमी से अनाज की खेती, पशुओं और बिजली उत्पादन पर नकारात्मक असर पड़ेगा क्योंकि ब्राजील ऊर्जा के लिए हाइड्रो डैम पर बहुत अधिक निर्भर है. वैज्ञानिकों ने कहा कि शुष्क मौसम से अमेजन वर्षावन और पैंटानल वेटलैंड्स में भीषण आग लग सकती है.
सीएमएसई ने कहा कि बारिश की कमी से कुछ हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट पर प्रतिबंधों में ढील देना महत्वपूर्ण हो जाता है ताकि कुछ क्षेत्रों में अधिक ऊर्जा उत्पादन या अधिक भंडारण की अनुमति मिल सके. इसके लिए राजनेताओं, एएनए और पर्यावरण संरक्षण एजेंसी इबामा की 'कठिन बातचीत' जरूरी होगी.
'मौजूदा स्थिति चुनौतीपूर्ण है'
स्थिति की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा कि एनर्जी राशनिंग के बारे में सोचा नहीं गया है लेकिन अगर प्रतिबंधों में ढील नहीं दी जाती है, तो कोई दूसरा रास्ता नहीं है. खान और ऊर्जा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने ब्राजील में ऊर्जा की आपूर्ति का विस्तार करने की मांग की है लेकिन नई क्षमता के लिए एक आपातकालीन प्रक्रिया से इनकार कर दिया गया. सामान्य जलाशयों से कम होने का हवाला देते हुए एक बयान में कहा गया, 'मौजूदा स्थिति चुनौतीपूर्ण है.' बयान में कहा गया है कि इमरजेंसी एनर्जी कॉन्ट्रैक्टिंग के लिए कोई प्रावधान नहीं है.


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