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लंदन, एजेंसी। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन (Boris Johnson) कंजर्वेटिव पार्टी (Conservative Party) के नेता पद से हटने के लिए रजामंद हो गए हैं। हालांकि डाउनिंग स्ट्रीट से मिल रही खबरों के मुताबिक नए नेता के चुने जाने तक वह प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। नए नेता का चुनाव कंजर्वेटिव पार्टी के सम्मेलन में होगा। यह सम्मेलन अक्टूबर में होने वाला है। तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच ऐसा माना जा रहा है कि 58 वर्षीय बोरिस जानसन (Boris Johnson) कभी भी औपचारिक रूप से इस्तीफा दे सकते हैं। आइए नजर डालते हैं बोरिस जानसन के करियर पर...
2001-2008: हाउस आफ कामन्स में संसद सदस्य रहे और हेनले निर्वाचन क्षेत्र (constituency of Henley) का प्रतिनिधित्व किया।
2008-2016: लंदन के मेयर के रूप में काम किया। साल 2012 में लंदन ओलंपिक (London Olympics) की देखरेख की।
2016: ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से बाहर निकालने का अभियान चलाया। 23 जून 2016 को एक राष्ट्रीय जनमत संग्रह में ब्रेक्सिट को मंजूरी मिली जिसके बाद बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस्तीफा दे दिया।
2016-2018: तत्कालीन प्रधानमंत्री थेरेसा मे के तहत विदेश सचिव के रूप में काम किया। बोरिस जानसन ने जुलाई 2018 में ब्रेक्सिट के लिए नरम रवैया अपनाने के लिए थेरेसा की रणनीति के विरोध में इस्तीफा दे दिया।
23 जुलाई 2019: बोरिस जानसन को कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुना गया। जानसन ने जोर देकर कहा कि ब्रिटेन ईयू छोड़ देगा।
6 नवंबर, 2019: संसद भंग कर दी गई और दिसंबर के मध्य में जल्द चुनाव की बात कही गई क्योंकि जानसन अपनी ब्रेक्सिट रणनीति के लिए जनादेश चाहते हैं।
12 दिसंबर, 2019: जानसन ने आम चुनाव में 80 सीटों का बहुमत हासिल किया, जिससे उन्हें ब्रेक्सिट कानून के माध्यम से आगे बढ़ने का समर्थन मिला।
23 जनवरी, 2020: ब्रिटेन की संसद की मंजूरी के बाद ब्रेक्सिट कानून बना। यूरोपीय संसद ने छह दिन बाद इसको मंजूरी दी।
23 मार्च, 2020: जानसन ने कोरोना महामारी के चलते ब्रिटेन में लाकडाउन लगाया। 5 अप्रैल, 2020 को कोविड के चलते बोरिस जानसन अस्पताल में भर्ती हुए। वह 12 अप्रैल को अस्पताल से डिस्चार्ज हुए।
30 नवंबर, 2021: आरोप सामने आए कि सरकारी अधिकारियों ने नवंबर और दिसंबर 2020 के दौरान COVID-19 लाकडाउन नियमों का उल्लंघन किया
समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक बोरिस जानसन की सरकार पार्टीगेट मामले को लेकर भी सुर्खियों में रही। 8 दिसंबर, 2021 को पार्टीगेट मामला सामने आया और जानसन ने इसकी जांच का निर्देश दिया। 3 फरवरी को जानसन की सहयोगी मुनीरा मिर्जा ने डाउनिंग स्ट्रीट छोड़ दिया। तीन अन्य शीर्ष सहयोगी भी साथ छोड़ दिए। यही नहीं बोरिस जानसन अपनी सरकार के बनाए कोरोना पाबंदियों की अनदेखी को लेकर भी चर्चा में रहे। 12 अप्रैल को जानसन पर पाबंदियों के दौरान पार्टियों में भाग लेने के लिए 50 पाउंड का जुर्माना लगाया गया। जानसन ने माफी मांगी और जोर देकर कहा कि उन्हें नहीं पता था कि वह नियम तोड़ रहे हैं।
Gulabi Jagat
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