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अब 'बेरोजगार' हुए बोरिस जॉनसन, रोड किनारे खड़े होकर ढूंढ रहे 'काम'!

Rounak Dey
10 July 2022 2:47 AM GMT
अब बेरोजगार हुए बोरिस जॉनसन, रोड किनारे खड़े होकर ढूंढ रहे काम!
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इस प्रतिमा को बनाने में कुल 20 कलाकारों ने सामूहिक रूप से योगदान दिया था. 8 महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह मूर्ति बन पाई थी.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से बोरिस जॉनसन के इस्तीफा देने के बाद ब्लैकपूल स्थित मोम संग्रहालय ने एक बड़ा फैसला किया है. उनके इस्तीफे की घोषणा के तुरंत बाद ही संग्रहालय ने उनकी मोम की प्रतिमा को म्यूजियम से हटा दिया है. अब उनकी इस प्रतिमा को मैडम तुसाद ने लंकाशायर में रोड किनारे एक जॉब सीकिंग सेंटर के बाहर लगा दिया है. मैडम तुसाद ने खुद भी इस बात की पुष्टि की है. म्यूजियम का कहना है कि अब बोरिस पीएम नहीं हैं, ऐसे में उनकी मूर्ति हटाई गई है.

7 जुलाई को बोरिस ने दिया था इस्तीफा
लंकाशायर में बोरिस की मोम की प्रतिमा को वैकेंसी लिखे एक बोर्ड के सामने रखा गया है और यह दर्शाने की कोशिश की गई है कि बोरिस काम की तलाश में हैं. बता दें कि बोरिस जॉनसन ने 7 जुलाई को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देते वक्त कहा था कि, "मैं चाहता हूं कि आप यह जान लें कि मैं दुनिया की सबसे अच्छी नौकरी छोड़ने के लिए कितना दुखी हूं." अब बोरिस की प्रतिमा के रोड पर आने की इस तस्वीर को लोगों ने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया. इस मुद्दे ने काफी ट्रेंड भी किया. लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे थे.







लोग खिंचवा रहे हैं फोटो
जॉब सेंटर के बाहर रखी इस मोम की मूर्ति में बोरिस के हाथ कमर पर हैं. चेहरे पर मुस्कराहट के साथ उनका ट्रेडमार्क हेयरस्टाइल भी है. लोग रोड किनारे इस मूर्ति को देखकर पहले तो अचंभित हो रहे हैं, लेकिन बाद में मूर्ति के साथ फोटो क्लिक कराना नहीं भूल रहे हैं. जॉब सेंटर के बाहर सड़क पर रखी बोरिस की इस मूर्ति का अनावरण इसी साल मार्च में मैडम तुसाद द्वारा किया गया था. इस प्रतिमा को बनाने में कुल 20 कलाकारों ने सामूहिक रूप से योगदान दिया था. 8 महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह मूर्ति बन पाई थी.


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