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सैन एंटोनियों में एक ट्रक में मिले 53 प्रवासियों के शव, घटना से पूरी दुनिया हैरान

Neha Dani
1 July 2022 1:49 AM GMT
सैन एंटोनियों में एक ट्रक में मिले 53 प्रवासियों के शव, घटना से पूरी दुनिया हैरान
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जरूर ही उनको तेजी से प्रवासियों के मानवाधिकार की गारंटी के लिए कदम उठाने चाहिए.

अमेरिका के सैन एंटोनियो में 53 प्रवासियों के शव मिलने की खबर से हड़कंप मचा हुआ है. टेक्सास में शाम के समय एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में दर्जनों प्रवासियों की लाश एक ट्रक में मिलने के बाद ड्राइवर ने मौके से भागने की कोशिश की. अब तक इस मामले में दो अन्य लोगों के साथ ट्रक ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है. लेकिन अब भी सवाल यह बना हुआ है कि ट्रक में इतने लोगों के शव एक साथ कैसे मिले.

संयुक्त राष्ट्र ने जताया दुख

इतनी बड़ी तादाद में शव मिलने की घटना हाल के वर्षों में अमेरिका में हुई प्रवासियों की मौत की सबसे गंभीर घटना मानी जा रही है. इस घटना ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव कार्यालय ने बयान जारी कर इतने लोगों की मौत पर शोक जताया है. अमेरिका में ऐसी घटना पहली बार नहीं हुई है. साल 2010 में भी 10 प्रवासी एक ट्रक में फंस कर गर्मी से मर गये थे. इससे पहले साल 2003 में 19 प्रवासियों के शव इस शहर के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक ट्रक में पाये गये थे.


अमेरिका में गैर-कानूनी प्रवासी मुद्दे का समाधान क्यों नहीं किया जा सकता है. इसकी एक बड़ी वजह राजनीतिक पार्टियों की आपसी लड़ाई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सत्ता में आने के बाद प्रवासी कानून में सुधार करने का वादा किया था, लेकिन पार्टियों के वाद-विवाद के चलते अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया है.हालांकि इस हादसे की जांच जारी है.

आखिर क्यों भाग रहे प्रवासी?

सूत्रों के अनुसार, ये सभी मृतक मेक्सिको, गोटाला, होंडुरस के निवासी हो सकते हैं. लैटिन अमेरिकी देशों में लंबे समय तक अमेरिका की दखलंदाजी के बीच गैर-कानूनी प्रवासी समस्या अमेरिका की ताकत का नतीजा भी है. विश्लेषकों के मुताबिक अति गरीबी और हिंसक अपराध लैटिन अमेरिका के लोगों के बाहर भागने का मुख्य कारण बनते हैं.

वहीं, मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने सीधे तौर पर कहा है कि अगर अमेरिकी सरकार बड़ी संख्या में प्रवासी नहीं देखना चाहती है, तो उसे मध्य अमेरिकी देशों के आर्थिक विकास में मदद देनी चाहिए. अमेरिका को टेक्सास राज्य में हुई इस घटना से सबक लेना चाहिए. अगर अमेरिकी राजनेता सचमुच लैटिन अमेरिकी जनता का ख्याल रखते हैं, तो जरूर ही उनको तेजी से प्रवासियों के मानवाधिकार की गारंटी के लिए कदम उठाने चाहिए.

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