नाइजीरिया। नाइजीरिया की नदी में नाव पलटने की घटना सामने आने के बाद अब ग्रीस के समंदर में भी ऐसा ही एक वाकया सामने आया है. यहां माइग्रेंट्स से भरी नाव पलट गई, जिसमें 79 लोगों के डूबने की बात सामने आई है. नाव में जरूरत से ज्यादा लोगों के सवार होने को हादसे के पीछे की वजह बताया जा रहा है. नाव में 750 लोगों के सवार होने की संभावना जताई जा रही है. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है.
बताया जा रहा है कि 20 से 30 मीटर लंबी (65 से 100 फीट) नाव में करीब 750 लोग सवार थे. इसमें से 104 को रेस्क्यू कर लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नाव पर सवार ज्यादातर लोग पाकिस्तान, सीरिया और लीबिया के थे. यह पहली बार नहीं है जब पश्चिमी देश जाने के लालच में लोग नाव पर सवार होकर समुद्र में उतर जाते हैं और नाव डूबने पर अपनी जिंदगी गंवा बैठते हैं.
इससे पहले फरवरी में तूफान के दौरान इटली के कैलाब्रियन तट पर प्रवासियों की लकड़ी की नाव चट्टानों से टकरा गई थी. इस हादसे में 96 लोगों की मौत हो गई थी. जुलाई 2021 में भी अफ्रीकी प्रवासियों को ले जा रही एक नाव लीबिया के तट पर पलट गई थी. इसमें 57 लोगों की मौत हुई थी. इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के प्रवक्ता सफा मसेहली ने बताया था कि यह जहाज पश्चिमी तटीय शहर खम्स से रवाना हुआ था. महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 75 प्रवासी बोट पर सवार थे, जिसके डूबने से बड़ी संख्या में लोग मारे गए.
मछुआरों और लीबिया के तट रक्षकों ने 18 प्रवासियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में बचा लिया था और तट पर वापस भेज दिया था. जो लोग इस हादसे में बच गए थे, उनमें से अधिकांश लोग नाइजीरिया, घाना और गांबिया से थे. प्रत्यक्षदर्शकों ने बताया था कि बोट इंजन की खराबी की वजह से रुक गई थी. मौसम खराब हुआ इसी दौरान बोट पलटने से यह हादसा हुआ. ऐसा ही एक बड़ा हादसा दो दिन पहले अफ्रीकी देश नाइजीरिया में सामने आया था, जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई थी. यहां शादी से लौट रहे लोगों से भरी नाव नदी में पलट गई थी. हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत 100 लोगों की जान चली गई थी. इस दुर्घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर खोजबीन की गई.