“यूक्रेन में खून-खराबा रुके, यह दौर युद्ध का नहीं” : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अमेरिका के राजकीय यात्रा पर गुरुवार को अमेरिकी संसद को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र भी किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमें यूक्रेन में हो रहे खून-खराबे को रोकने के लिए हर संभव कोशिश करना चाहिए. मेरा मानना है कि यह दौर युद्ध का नहीं है. ये दौर कूटनीति और बातचीत का है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि सात सालों में बहुत कुछ बदला, लेकिन भारत-US की दोस्ती को गहरा करने की प्रतिबद्धता जस की तस रही. पीएम ने भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों की तुलना AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से की. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अब भरोसे की मित्रता है. दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ा है. भारत और अमेरिका दोनों महान लोकतांत्रिक देश हैं. लोकतंत्र से दोनों देशों के गहरे संबंध हैं. अमेरिकी सपनों के लिए भारत बराबर का साझीदार है. अमेरिकी सपनों में भारतीयों का भी योगदान है. उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि यूएस स्पीकर के लिए काम आसान नहीं होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि 200 सालों से हमने आपसी भरोसे को बढ़ाया है. भारत-अमेरिका के संबंधों पर महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर का प्रभाव है. दो सदी तक हमने एक-दूसरे को प्रभावित किया है. भारत और अमेरिका के लिए लोकतांत्रिक मूल्य मायने रखते हैं. लोकतंत्र समानता और सम्मान का प्रतीक है. भारत लोकतंत्र की जननी है. लोकतंत्र ही चर्चा और विमर्श का जरिया है. अमेरिका अगर सबसे पुराना देश है तो भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है. हम मिलकर दुनिया को नया भविष्य दे सकते हैं. हमने आजादी के 75 साल का जश्न मनाया है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज का दौर अब AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का है. मैं आपको आज एक और AI से अवगत कराता हूं. इस AI को मैं अमेरिका और इंडिया कहकर बुलाता हूं. उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि मैं आपको बता दूं कि भारत आज विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जो जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने जा रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि 200 सालों से हमने आपसी भरोसे को बढ़ाया है. भारत-अमेरिका के संबंधों पर महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर का प्रभाव है. दो सदी तक हमने एक-दूसरे को प्रभावित किया है. भारत और अमेरिका के लिए लोकतांत्रिक मूल्य मायने रखते हैं. लोकतंत्र समानता और सम्मान का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि भारत में 2500 राजनीतिक दल हैं. एक हजार से ज्यादा भाषाएं हैं. हर 100 मील पर खानपान बदल जाते हैं. दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा भारत में रहता है. भारत का विकास दूसरे देशों को प्रेरित करता है. भारत विकास करता है तो दुनिया विकास करती है. हमारा एक ही विजन है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. हम इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर फोकस कर रहे हैं."