अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने हमेशा भारत और पाकिस्तान से कूटनीति और बातचीत के जरिए मतभेदों को दूर करने को कहा है. जब न्यूज एजेंसी एएनआई ने ब्लिंकन से पूछा कि क्या पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से बातचीत के दौरान भारत से रिश्ते सुधारने और क्षेत्र में स्थिरता पर बात हुई तो जवाब में ब्लिंकन ने कहा, 'हमने हमेशा अपने दोस्तों से कूटनीति और बातचीत के जरिए मतभेदों को सुलझाने को कहा है. यह रुख बदला नहीं है और बदलेगा भी नहीं.'
बिलावल से भी मिले थे ब्लिंकन
वॉशिंगटन में विदेश मंत्री एस जयशंकर से ब्लिंकन ने मुलाकात की थी. दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय पर हुई, जब एक दिन पहले ब्लिंकन ने बिलावल से मुलाकात की थी. सोमवार को ब्लिंकन ने कहा था कि उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से भारत के साथ जिम्मेदारी वाले रिश्ते बनाने को कहा था. बिलावल से मुलाकात के बाद ब्लिंकन ने संक्षेप में कहा, 'बातचीत में हमने भारत के साथ जिम्मेदारी भरे रिश्तों की अहमियत पर बात की.' इस हफ्ते की शुरुआत में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा था, 'हमारे जो रिश्ते भारत के साथ हैं, उनकी अलग अहमियत है और पाकिस्तान के साथ रिश्तों की अलग.'
जयशंकर ने कही ये बात
वहीं जयशंकर ने कहा कि भारत यह नहीं मानता कि लोकतंत्र की प्रभावशीलता या गुणवत्ता दूसरे तय करें. उन्होंने कहा कि हर देश अपने इतिहास, परंपरा और सामाजिक संदर्भ से लोकतंत्र, मानवाधिकार और सुशासन की ओर आगे बढ़ता है. जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ कहा, 'हमने पिछले दो दिन में लोकतंत्र, मानवाधिकारों व सुशासन को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता पर बात की है.'
उन्होंने कहा, 'भारत यह नहीं मानता है कि लोकतंत्र की प्रभावशीलता या गुणवत्ता दूसरे तय करें.' दोनों नेताओं ने सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और भू-राजनीति के साझा लक्ष्यों पर दोनों देशों के आगे बढ़ने के तरीकों पर भी चर्चा की.
जयशंकर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंधों का दायरा और गहराई काफी बढ़ गई है. उन्होंने कहा, 'आज की बैठक में हमने राजनीतिक रूप से एक साथ मिलकर काम करने और अहम क्षेत्रीय मुद्दों और वैश्विक चुनौतियों पर कॉर्डिनेशन करने पर चर्चा की.' उन्होंने खासतौर से यूक्रेन युद्ध और हिंद-प्रशांत स्थिति पर चर्चा का जिक्र किया.