न्यूयॉर्क। माइकल एच. स्टीनहार्ड्ट नामक एक अरबपति के पास से 5 अरब 27 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के चोरी के पुरावशेष बरामद किए गए हैं. न्यूयॉर्क के मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के कार्यालय ने इसकी जानकारी दी. स्टीनहार्ड्ट के पास से मिला ये सामान तस्करी का था. और इसकी तस्करी 11 अलग-अलग देशों से की गई थी. यह तस्करी 12 अवैध नेटवर्क के जरिए की गई थी. और इनकी किसी भी प्रकार से कागजी कार्रवाई भी नहीं की गई थी. डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी साइरस वेंस जूनियर ने कहा, "दशकों से, माइकल स्टीनहार्ड्ट पुरावशेषों को खरीद रहे थे. लेकिन अब वह ऐसा नहीं कर पाएंगे. क्योंकि एक समझौते के तहत माइकल को इस तरह का सामान खरीदने पर आजीवन बैन लगा दिया गया है.''
ब्रुकलिन के रहने वाले स्टीनहार्ड्ट मंगलवार को पूरे 81 साल के हो गए हैं. उनका न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में एक खासा योगदान रहा है. साथ ही यहूदियों के हित के लिए भी उन्होंने काफी काम किए हैं. सोमवार को एक बयान में स्टीनहार्ड्ट के वकील एंड्रयू जे लेवेंडर ने कहा, "स्टीनहार्ड्ट इस बात से प्रसन्न हैं कि अब गलत तरीके से ली गई इन वस्तुओं को उनके मूल देशों को वापस कर दिया जाएगा.'' अभियोजकों के अनुसार, 180 जब्त किए गए पुरावशेषों में से 171 की पहचान कर ली गई है. इनमें से दो इटली के हैं. डेनमार्क में यूनिवर्सिटी ऑफ आरहस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज के एक एसोसिएट प्रोफेसर क्रिस्टोस त्सिरोगियनिस ने बताया कि तस्कर पुरावशेषों को बेचने के लिए पहले उनकी तस्वीरों को भेजते हैं. फिर इसके बाद उसकी डील की जाती है. पुरावशेषों की कालाबजारी के लिए अब 11 देशों को सूचित कर दिया गया है. इनमें बुल्गारिया, मिस्र, ग्रीस, इराक, इज़राइल, इटली, जॉर्डन, लेबनान, लीबिया, सीरिया और तुर्की शामिल हैं. दरअसल, सभी पुरावशेषों की तस्करी इन्ही देशों के जरिए की गई थी.