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उन्होंने दावा किया था कि इससे मुस्लिमों की भावनाएं आहत हुई हैं।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान आजादी के बाद से ही भारत विरोधी प्रॉपगैंडा फैलाने में जुटा हुआ है। यह अलग बात है कि हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। इसके बावजूद पाकिस्तान के हुक्मरान हार मानने को तैयार नहीं हैं। अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने नूपुर शर्मा के बयान को लेकर जमकर जहर उगला है। उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को गिरफ्तार न करने का फैसला इस्लाम के प्रति भारत की नफरत को दिखाता है। इतना ही नहीं, बिलावल ने भारतीय मुसलमानों को लेकर भी उल-जलूल बयान दिए हैं। बिलावल को विदेश मंत्री बने अभी सिर्फ 4 महीने ही हुए हैं। इससे पहले उनके पास राज्यमंत्री तक का भी कोई अनुभव नहीं था। ऐसे में उनकी बचकानी हरकतें पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय बेइज्जती भी करवा सकती है।
बिलावल भुट्टो ने क्या कहा
एक वीडियो में बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा, ''... जहां तक भारत के सुप्रीम कोर्ट का किरदार है, उस पर हमारा बहुत कम ही असर हो सकता है। हमारा काम है इस इश्यू को इंटरनेशनल फोरम में दुनिया के अवाम के सामने रखना। हम समझते हैं कि चाहे वह ओआईसी की फोरम हो या यूनाइटेड नेशन की फोरम हो। हमारी कोशिश है कि हम इनमें ऐसे मुद्दों को जरूर उठाते रहें। मैं समझता हूं कि बीजेपी के इस तरह के ऐक्शन से वह खुद एक्सपोज हो रहे हैं। दुनिया को नजर आ रहा है कि ये ना सिर्फ पाकिस्तान दुश्मन लोग हैं, ये एक्चुअल में इस्लाम दुश्मन लोग हैं। जो मुस्लिम भारत में भी रहते हैं, उनके खिलाफ इतना नफरत रखते हैं कि इस किस्म का स्टेटमेंट दे सकते हैं और जो भारत का असल शक्ल है, वो इस किस्म के ऐक्शन से दुनिया के सामने लाया जा रहा है।''
नूपुर की टिप्पणी पर पहले भी जहर उगल चुका है पाकिस्तान
पाकिस्तान ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर पहले भी भारत के खिलाफ जहर उगला है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धार्मिक स्वतंत्रता को कुचल रहे हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी कर अपने प्रधानमंत्री की हां में हां मिलाई थी। शहबाज शरीफ ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी प्रवक्ता के हमारे प्यारे पैगंबर मोहम्मद पर नफरती हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मोदी सरकार जानबूझकर देश में मुस्लिमों के प्रति भड़काऊ और नफरत भरी नीति का पालन कर रही है। हालांकि भारत ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के बयान पर सख्त आपत्ति जताई थी।
संयुक्त राष्ट्र भी पहुंचा था पाकिस्तान
नूपुर शर्मा के बयान को लेकर पाकिस्तान दुनिया के सबसे बड़े मंच संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच गया था। यह बात अलग है कि यहां उसकी आवाज किसी ने भी नहीं सुनी। खुद बिलावल भु्ट्टो जरदारी ने यूएन को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की थी। बिलावल ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद को फोन कर भारत की शिकायत की थी। उन्होंने दावा किया था कि इससे मुस्लिमों की भावनाएं आहत हुई हैं।
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