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इलाज कराने के लिए चार हफ्ते के लिए लंदन जाने की छूट दी थी, लेकिन तब से वह स्वदेश नहीं लौटे।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री पद की शपथ ले ली। देश के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (Arif Alvi) ने राष्ट्रपति भवन (President's House) में एक सादे समारोह में 33 वर्षीय बिलावल को शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद थे। पहले से ही इस बात की अटकलें लगाई जा रहीं थी कि पाकिस्तान की नई शहबाज सरकार के कैबिनेट में विदेश मंत्री का पद बिलावल भुट्टो को मिलेगा। अटकलें और तेज तब हो गईं जब बिलावल ने लंदन जाकर नवाज शरीफ से मुलाकात की थी।
उल्लेखनीय है कि करीब एक सप्ताह पहले ही बिलावल ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के सुप्रीमो नवाज शरीफ से लंदन में मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान दोनों ने पाकिस्तान के राजनीतिक हालात पर चर्चा की और प्रतिबद्धता जाहिर की कि राजनीति और राष्ट्रीय हित से संबंधित सभी मुद्दों पर मिलकर काम करेंगे। दोनों ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि उन्होंने जब भी साथ काम किया है तो बहुत कुछ हासिल किया है। 11 अप्रैल को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के तौर पर शहबाज शरीफ ने शपथ ली थी। उनकी गठबंधन सरकार में PPP दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। कैबिनेट सदस्यों के शपथ के दौरान बीते मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बेटे बिलावल उपस्थित नहीं थे।
ईद के बाद पाकिस्तान लौटेंगे नवाज शरीफ
10 साल के लिए वैध पासपोर्ट जारी होने के एक दिन बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के ईद के बाद वतन लौटने की बात सामने आई है। संघीय मंत्री जावेद लतीफ ने कहा कि स्वदेश वापसी के बाद कोर्ट का सामना करेंगे। एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने लतीफ के हवाले से बताया कि स्वदेश वापसी के बाद अगर नवाज शरीफ गिरफ्तार नहीं होते हैं तो वह पीएमएल-एन की सभाओं का नेतृत्व करेंगे। इन सभाओं की अगुवाई पार्टी उपाध्यक्ष मरयम नवाज करने वाली थीं। उन्होंने नवाज शरीफ की बेटी मरयम के देश छोड़कर भागने की बात को अफवाह करार दिया। मंत्री ने कहा कि नवाज शरीफ के वापस आने की तारीख फिलहाल तय नहीं है, मगर वह अगले महीने आ सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 72 वर्षीय प्रमुख नवाज शरीफ पर भ्रष्टाचार के कई केस हैं। कुछ में उनको सजा भी मिल चुकी है। नवंबर, 2019 में लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें अपना इलाज कराने के लिए चार हफ्ते के लिए लंदन जाने की छूट दी थी, लेकिन तब से वह स्वदेश नहीं लौटे।
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