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सबसे बड़ी बैठक: आमने-सामने होंगे भारत और पाकिस्तान, इन मुद्दों पर होनी है चर्चा

Neha Dani
20 March 2021 4:53 AM GMT
सबसे बड़ी बैठक: आमने-सामने होंगे भारत और पाकिस्तान, इन मुद्दों पर होनी है चर्चा
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भारत ने इसके बाद से ही लद्दाख में कई हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट्स लगाए हैं.

भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच सिंधु नदी (Indus River) के पानी समेत अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह बैठक करेंगे. पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि अगले सप्ताह स्थायी सिंधु आयोग (Permanent Indus Commission) की बैठक होने वाली है. इसके अलावा जल संबंधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उसके जल विशेषज्ञों का एक प्रतिनिधिमंडल भारत की यात्रा करेगा. पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल अगले सप्ताह नई दिल्ली पहुंचेगा.

पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता जहीद हफीज चौधरी (Zahid Hafeez Chaudhry) ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि स्थायी सिंधु आयोग की 116वीं बैठक नई दिल्ली में 23 और 24 मार्च को होगी. उन्होंने कहा, समझौते के तहत कई मुद्दे हैं जिनमें पकल दुल (Pakal Dul) और लोअर कलनाई जलविद्युत संयंत्र (Lower Kalnai Hydroelectric Plants) के डिजाइन पर हमारी आपत्ति, पश्चिमी नदियों पर नई भारतीय परियोजनाओं पर सूचना की आपूर्ति और भारत से मिलने वाले बाढ़ संबंधी आंकड़े शामिल हैं.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे पीके सक्सेना
चौधरी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से सिंधु जल आयुक्त सईद मुहम्मद मेहर अली शाह (Syed Muhammad Meher Ali Shah) प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. वहीं, भारतीय प्रतिनिधिमंडल सिंधु आयुक्त पीके सक्सेना (P K Saxena) की अध्यक्षता में बैठक में शामिल होगा. सक्सेना के साथ केंद्रीय जल आयोग, सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी और नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर कारपोरेशन के उनके सलाहकार शामिल होंगे.
अनुच्छेद 370 हटाने के बाद पहली बार हो रही है बैठक
यह स्थायी सिंधु आयोग की वार्षिक बैठक होगी. सिंधु जल समझौते के तहत दोनों देशों के आयुक्तों को साल में कम से कम एक बार बैठक करनी होती है. यह बैठक बारी-बारी से पाकिस्तान एवं भारत में आयोजित की जाती है. जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त किये जाने के बाद पहली बार यह बैठक होगी. बता दें कि सरकार ने राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया है. एक लद्दाख और दूसरा जम्मू और कश्मीर. वहीं, भारत ने इसके बाद से ही लद्दाख में कई हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट्स लगाए हैं.


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