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हाथ आया बड़ा खजाना: पाकिस्तान से लगी सीमा चौकी पर तालिबान का कब्जा, छोड़कर भाग गए थे अफगान सैनिक

Gulabi
15 July 2021 1:55 PM GMT
हाथ आया बड़ा खजाना: पाकिस्तान से लगी सीमा चौकी पर तालिबान का कब्जा, छोड़कर भाग गए थे अफगान सैनिक
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पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से लगे एक चेकपोस्ट पर कब्जा करते ही तालिबान की किस्मत खुल गई है

Taliban Found Pakistani Ruppes at Checkpost: पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा से लगे एक चेकपोस्ट पर कब्जा करते ही तालिबान की किस्मत खुल गई है. उसे यहां से तीन अरब पाकिस्तानी रुपये मिले हैं. जो अफगानिस्तान के सैनिक छोड़कर भाग गए थे. अफगान तालिबान (Taliban) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि कंधार के स्पिन बोल्डक इलाके में स्थित सीमा चौकी से उसे तीन अरब पाकिस्तानी रुपये मिले हैं. तालिबान ने बुधवार को भी अफगान सुरक्षाबलों पर हमले जारी रखे और इसके प्रवक्ता ने कहा कि इन्होंने महत्वपूर्ण स्पिन बोल्डक बॉर्डर क्रॉसिंग पर कब्जा कर लिया है.

तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्लाह मुजाहिद (Zabihullah Mujahid) ने एक बयान जारी कर कहा, 'मुजाहिद्दीन (तालिबान) ने कंधार में महत्वपूर्ण सीमावर्ती कस्बे वेश पर कब्जा कर लिया है. इसके साथ ही (स्पिन) बोल्डक और चमन और कंधार के बीच की महत्वपूर्ण सड़क मुजाहिद्दीन के नियंत्रण में आ गई है.' पाकिस्तान के सुरक्षाबलों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि तालिबान ने क्रॉसिंग पर कब्जा कर लिया है. जबकि अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह इसका पता लगा रहा है.
तालिबान ने अपना झंडा लहराया
पाकिस्तान के एक अधिकारी ने पहचान ना बताने की शर्त पर कहा कि तालिबान ने अफगान सीमा से लगी चमन-स्पिन बोल्डक ब्रॉर्डर क्रॉसिंग पर कब्जा कर लिया है. इन्होंने वहां अपना झंडा लहराया और अफगानिस्तान का झंडा वहां से हटा दिया है. पाकिस्तानी अखबार ने विश्लेषकों के हवाले से कहा है कि अफगान सुरक्षा बलों को कथित तौर पर तस्करों से रिश्वत के रूप में 3 अरब रुपये की राशि मिली थी. अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी (Afghan Intelligence Agency) एनडीएस इस पैसे का इस्तेमाल पाकिस्तान में हमले कराने के लिए करती थी.
अफगान सरकार के साथ बैठक
इससे पहले खबर आई थी कि अफगानिस्तान सरकार (Afghan government) का एक प्रतिनिधिमंडल दोहा (Doha) में तालिबानी नेताओं के साथ (Taliban) बैठक करेगा. इस बैठक का उद्देश्य लंबे समय से बाधित शांति प्रक्रिया (Afghan peace process) की शुरुआत करना है. प्रतिनिधिमंडल में देश की सुलह परिषद के प्रमुख भी शामिल होंगे. ये बैठक शुक्रवार को आयोजित हो सकती है. अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी हो रही है, जिसे तालिबान अपनी जीत के तौर पर देख रहा है. उसने यहां हमले भी तेज कर दिए हैं और तेजी से देश पर कब्जा करता जा रहा है.
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