विश्व
ऑक्सफर्ड वैज्ञानिकों की बड़ी कामयाबी, पृथ्वी पर की जरूरी 'गुप्त तत्व' की खोज
Deepa Sahu
10 Dec 2021 3:06 PM GMT
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ब्रिटेन की ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी पर जीवन के लिए गुप्त तत्व की पहचान की है।
लंदन: ब्रिटेन की ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी पर जीवन के लिए गुप्त तत्व की पहचान की है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि लोहा एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो पृथ्वी पर लगभग सभी जीवन के विकास और फलने-फूलने के लिए आवश्यक है। सिर्फ द्रव्यमान के आधार पर लोहा (Fe) पृथ्वी पर सबसे प्रचुर मात्रा में मिलने वाला रासायनिक तत्व है। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह ऑक्सीजन के बाद जीवन के लिए सबसे जरूरी तत्व भी है।
पृथ्वी की पपड़ी में लोहा चौथा सबसे आम तत्व
ऑक्सफर्ड के रिसर्चर्स ने कहा कि लोहा पृथ्वी की पपड़ी में चौथा सबसे आम तत्व भी है। उन्होंने यह भी बताया कि लोहा ही वह तत्व है जो हमारी पृथ्वी के अधिकांश आंतरिक और बाहरी कोर का निर्माण करता है। माना जाता है कि पृथ्वी के मेंटल में लोहे की मात्रा -क्रस्ट और बाहरी कोर और सिलिकेट रॉक की एक परत के बीच है। इन्हीं तत्वों के कारण हमारी पृथ्वी आज से लगभग 4.5 अरब साल पहले बनी थी।
लोहे के कारण धरती पर जीवन?
ऑक्सफर्ड की रिसर्च टीम के अनुसार, इसका पृथ्वी पर जीवन के विकास पर गहरा प्रभाव पड़ा। शोधकर्ताओं ने अब एक ऐसी प्रक्रिया की खोज करने का दावा किया है जिसके जरिए लोहे ने जटिल जीवन रूपों के विकास को आकार देने में मदद की। इस शोध के सभी निष्कर्ष साइंस पत्रिका पीएनएएस में प्रकाशित हुए हैं। इससे वैज्ञानिकों को दूसरे ग्रहों पर विकसित होने वाले जीवन की संभावना को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है।
लोहा कम होने से जीवन की संभावना भी कम
ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ अर्थ साइंस में प्लेनेटरी मटेरियल्स के एसोसिएट प्रोफेसर जॉन वेड ने कहा कि पृथ्वी की चट्टानों में आयरन की प्रारंभिक मात्रा ग्रह के बनने की प्रक्रिया पर निर्भर करती है। इस दौरान पृथ्वी का धात्विक कोर चट्टानी मेंटल से अलग हो जाता है। जिस ग्रह के चट्टानी हिस्से में बहुत कम लोहा होगा, वहां जीवन की संभावना भी उतनी ही कम होगी।
लोहे के कारण ही सतह पर पानी टिका रहा
उन्होंने यह भी बताया कि जीवन के विकास के लिए मुश्किल समय में लोहे के कारण ही पृथ्वी की सतह पर पानी टिका रह सका। अगर लोहा उपस्थित नहीं होता तो मंगल की तरह पृथ्वी की सतह से पानी गायब हो सकता था। शोधकर्ताओं के अनुसार, पृथ्वी पर लोहे की स्थिति ने शुरू में ग्रह को अपने सतही जल को बनाए रखने में मदद की होगी। लोहा समुद्र के पानी में भी घुलने योग्य होता है, जिसका अर्थ है कि यह साधारण जीवन के विकास में तेजी लाने के लिए आसानी से उपलब्ध था।
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