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कोविड महामारी का बड़ा साइडइफेक्ट, महामारी ने लोगों में बढ़ाया तनाव, कपल्स के बीच बढ़े हिंसा-आक्रामकता के मामले
Renuka Sahu
23 Aug 2021 6:17 AM GMT

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फाइल फोटो
कोविड महामारीआने के बाद जिंदगी कई मायनों में बदल गई है. संक्रमण से बचने के लिए हर कदम पर लोगों को जहां कई सावधानियां बरतनी पड़ रही हैं,
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोविड महामारी (Covid Pandemic) आने के बाद जिंदगी कई मायनों में बदल गई है. संक्रमण से बचने के लिए हर कदम पर लोगों को जहां कई सावधानियां बरतनी पड़ रही हैं, वहीं इस महामारी ने मानसिक स्थिति (Mental Situation) पर भी बहुत बुरा असर डाला है. अमेरिका में हुए एक अध्ययन के अनुसार, महामारी के दौरान पूरे देश में कपल्स (Couples) के बीच गुस्से-आक्रामकता की भावना 6 से 8 गुना बढ़ गई. यानी कि जोड़ों में एक-दूसरे को शारीरिक तौर पर चोट पहुंचाना या अपने गुस्से की अभिव्यक्ति चीजें फेंककर-तोड़कर करने की भावना बढ़ी है. इसके पीछे वजह महामारी के कारण उपजा तनाव था.
शारीरिक आक्रामकता ने बढ़ाई हिंसा
'साइकोलॉजी ऑफ वायलेंस' जर्नल में प्रकाशित हुए इस अध्ययन में पाया गया कि महामारी शुरू होने से एक साल पहले तक कपल्स के बीच शारीरिक आक्रामकता (Physical Aggression) के तौर पर प्रतिक्रिया देने के सालाना मामले 2 थे, जो लॉकडाउन (Lockdown) के बाद बढ़कर 15 तक पहुंच गए. शारीरिक आक्रामकता से मतलब किसी को धकेलना, मारना, चीजें तोड़ना है. कपल्स के बीच ऐसे रिएक्शन महामारी के बाद तेजी से बढ़े हैं. जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी ने अपने निष्कर्षों में कहा है कि अपने साथी के प्रति ऐसी आक्रामकता भरी प्रतिक्रिया देने के पीछे कारण महामारी के चलते पैदा हुआ तनाव है.
शराब पीने वालों में ज्यादा था गुस्सा
अप्रैल 2020 में अमेरिका में लॉकडाउन शुरू होते ही शोधकर्ताओं ने 510 लोगों पर यह अध्ययन किया था. इस स्टडी में इन लोगों से महामारी के दौरान और उससे पहले के जीवन के बारे में पूछा गया था. रिसर्चर्स ने बताया कि कई लोगों ने कहा कि वे महामारी के दौरान बहुत तनाव में थे और इस कारण आक्रामकता-हिंसा बढ़ी. वैसे उन लोगों में आक्रामकता और गुस्सा ज्यादा था, जो अल्कोहल का सेवन करते थे. इसे लेकर रिसर्चर्स ने कहा कि बहुत ज्यादा शराब पीना आक्रामकता बढ़ाता है, लेकिन जो लोग शराब नहीं पीते थे उनकी जिंदगी भी तनाव के कारण प्रभावित हुई.
स्टडी में कहा गया है कि महामारी के नकारात्मक प्रभावों का मुकाबला करने के लिए बनाई गई नीतियां या योजनाओं का लाभ लेकर तनाव कम करने में मदद मिल सकती है.
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