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क्यूबा के नेता रहे फिदेल कास्त्रो की हत्या की कोशिशों को लेकर बड़ा खुलासा, CIA का हर वार हुआ था बेकार

Neha Dani
4 Jan 2022 6:29 AM GMT
क्यूबा के नेता रहे फिदेल कास्त्रो की हत्या की कोशिशों को लेकर बड़ा खुलासा, CIA का हर वार हुआ था बेकार
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नवंबर 2016 में 90 वर्ष की आयु में निधन होने तक कास्त्रो विदेशी हमलों का शिकार होने से बचे रहे।

अमेरिका ने शीत युद्ध के दौरान अपने दुश्मनों को मात देने के लिए हर तरह के हथकंडों का सहारा लिया था। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए ने कहीं तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठनों को खड़ा किया तो कहीं राजनेताओं को मरवाने की साजिशें रची। अब हाल में ही खुलासा हुआ है कि क्यूबा के कुख्यात नेता फिदेल कास्त्रो को मारने के लिए 600 से अधिक बार प्रयास किए गए थे। हालांकि, उनका भाग्य अच्छा था कि हर बार दुश्मनों की चाल नाकाम हुई।

फिदेल कास्त्रो ने 1959 से 2008 तक सीआईए और क्यूबा के निर्वासितों के जरिए किए गए हत्या के प्रयासों को विफल करते हुए 50 साल तक शासन किया। क्यूबन सीक्रेट सर्विस के पूर्व चीफ फैबियन एस्केलांटे ने खुलासा किया कि उनके कार्यकाल के दौरान विफल प्रयासों की संख्या लगभग 638 थी। उनको मारने के लिए विस्फोटकों से भरा सिगार तक का इस्तेमाल किया गया था।
इसके अलावा फिदेल कास्त्रो की हत्या के लिए जहरीली आइसक्रीम से लेकर मांस खाने वाले वेटसूट तक को आजमाया गया था। ये सभी प्रयास जेम्स बॉन्ड के किसी फिल्म की तरह लगते हैं, लेकिन अमेरिका और उसके कई सहयोगी देशों ने फिदेल कास्त्रो की हत्या के लिए एड़ी-चोटी तक का जोर लगा दिया था। कास्त्रो अमेरिका के कट्टर आलोचक और रूस के करीबी नेता थे।
क्यूबन सीक्रेट सर्विस के पूर्व चीफ की किताब में खुलासा
1996 में क्यूबन सीक्रेट सर्विस के प्रमुख पद से रिटायर हुए एस्केलांटे ने अपनी पुस्तक 'एक्जीक्यूटिव एक्शन: 634 वेज़ टू किल कास्त्रो' में फिदेल कास्त्रो की हत्या की कोशिशों को लेकर खुलासा किया है। कास्त्रो के हत्या का पहला प्रयास तब किया गया था, जब उन्होंने क्रांति के जरिए क्यूबा में सत्ता परिवर्तन किया और पूरी बागडोर अपने हाथों में ले ली। फिदेल कास्त्रो को उनके भाई राउल कास्त्रो और चे ग्वेरा के साथ मारने की साजिश रची गई थी।
एस्केलांटे के अनुसार, अमेरिका के तत्कालीन कैनेडी प्रशासन ने 42 बार कास्त्रो को मारने की कोशिश की थी। 1966 में, CIA ने कथित तौर पर न्यूयॉर्क के एक पुलिस अधिकारी से कास्त्रो को एक सिगार का पैकेट देने के लिए कहा, जो विस्फोटकों से भरा हुआ था। हालांकि यह कभी साबित नहीं हुआ, लेकिन बाद में दस्तावेजों से पता चला कि सीआईए ने कास्त्रो के पसंदीदा सिगार के एक डिब्बे में जहर लगा दिया था, लेकिन यह क्यूबा के नेता तक कभी नहीं पहुंचा।
साल 2000 में पनामा में भी की गई थी हत्या की कोशिश
साल 2000 में भी फिदेल कास्त्रो को मारने की कोशिश की गई थी। उस दौरान वे मध्य अमेरिकी देश पनामा के दौरे पर गए हुए थे। कास्त्रो को मारने के लिए पोडियम पर बम लगा दिया गया था, लेकिन उनकी सुरक्षा टीम ने पहले ही खतरे को भांप लिया और उन्हें वहां से सुरक्षित बचाकर ले गए। नवंबर 2016 में 90 वर्ष की आयु में निधन होने तक कास्त्रो विदेशी हमलों का शिकार होने से बचे रहे।


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