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किसी भी लिंग का उल्लेख करने से बचना चाहिए, क्योंकि अब जेंडर का मसला 'जरूरी' नहीं रह गया है.
इंग्लैंड की मॉर्नमाउथ, क्राइस्टचर्च और डिच की पूल काउंसिल ने फैसला किया है कि वो हर नाम के सामने लगने वाले मिस्टर, मिस, या मिसेज जैसे लिंग की पहचान करने वाले शब्दों का प्रयोग नहीं करेंगे. बल्कि इसकी जगह 'Mx' टर्म का इस्तेमाल करेंगे. ये कदम जेंडर न्यूट्रिलिटी को लेकर उठाया गया है. हालांकि अभी इस फैसले पर मतदान होगा, इसके बाद ही इस फैसले को अमल में लाया जाएगा.
आउटडेटेड हुए मिस्टर, मिस, चेयरमैन, मैडम जैसे शब्द
मेट्रो डॉट को डॉट यूके की खबर के मुताबिक, काउंसिल का कहना है कि मिस्टर, मिस, चेयरमैन, मैडम जैसे शब्द गुजरे जमाने के हो चुके हैं. जिसमें लिंगभेद साफ तौर पर दिखता है. ऐसे में हम एक कॉमन टर्म 'Mx' का इस्तेमाल करना चाहते हैं. इस काउंसिल के तहत आने वाले इलाके की आबादी 3 लाख 95 हजार लोगों की है और वो पूरी आबादी के नाम के सामने एक जैसी ही पहचान रखना चाहते हैं. ये नया नियम जल्द ही काउंसिल की मीटिंग में लागू किया जाएगा, इसके बाद बाकी आधिकारिक जगहों पर भी इसका प्रचलन शुरू किया जाएगा.
पुरुषवादी मानसिकता में बदलाव की बात
काउंसिल ने कहा कि ये बदलाव इसलिए भी जरूरी है कि क्योंकि पुरुष को लेकर एक अधिनायकवादी रवैया हमारे समाज में मौजूद है. लेकिन 'Mx' के इस्तेमाल में ये नहीं दिखेगा. यही वहीं, काउंसिल की योजना है कि वो आगे मिस्टर या मैडम चेयरमैन की जगह 'They' और 'Chair' शब्द का इस्तेमाल करेंगे. ये प्रस्ताव स्वतंत्र काउंसिलर एल.जे. इवांस लेकर आई. उन्होंने कहा कि हमें लिखित में किसी भी लिंग का उल्लेख करने से बचना चाहिए, क्योंकि अब जेंडर का मसला 'जरूरी' नहीं रह गया है.
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