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मॉर्डेना और जैनसीन को ऑस्ट्रेलिया में पहले ही कोविड वैक्सीन के तौर पर मान्यता मिली हुई है.
पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि सरकार कुछ देशों जैसे न्यूजीलैंड के लिए क्वारंटाइन फ्री ट्रैवेल की शुरुआत करने पर भी विचार कर रही है. लेकिन यह तभी होगा जब सरकार को लगा कि ऐसा करना सुरक्षित है.
ऑस्ट्रेलिया (Australia) के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) ने ऐलान किया है कि अंतरराष्ट्रीय सफर को सुविधाजनक बनाने और प्रतिबंधों में ढील देने के मकसद से अंतरराष्ट्रीय सीमा को फिर से खोला जाएगा.
पीएम मॉरिसन ने बताया है कि देश के वो राज्य जहां पर वैक्सीनेशन दर 80 फीसदी तक पहुंच गई है, वहां पर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर को खोला जाएगा. एबीसी न्यूज की मानें तो न्यू साउथ वेल्स (NSW) राज्य से इसकी शुरुआत होगी.
होम क्वारंटाइन की मंजूरी
नए ऐलान के बाद अब पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुके ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के अलावा NSW में आने वाले लोगों को एक हफ्ते होम क्वारंटाइन में बिताने होंगे. इससे पहले लोगों को हजारों डॉलर खर्च करके होटल में 15 दिनों के लिए क्वारंटाइन होना पड़ता था. साथ ही वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों के लिए कर्मशियल फ्लाइट्स में सफर करने की सुविधा भी दी जाएगी. 20 मार्च 2020 को ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए दुनिया के सबसे सख्त नियमों का ऐलान किया था. इसमें 18 माह तक का वो प्रतिबंध भी शामिल था जिसमें बिना मंजूरी के लोगों को विदेश यात्रा न करने देना था.
क्वारंटाइन फ्री ट्रैवल पर विचार
पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि सरकार कुछ देशों जैसे न्यूजीलैंड के लिए क्वारंटाइन फ्री ट्रैवेल की शुरुआत करने पर भी विचार कर रही है. लेकिन यह तभी होगा जब सरकार को लगा कि ऐसा करना सुरक्षित है. मॉरिसन ने कहा, 'हमनें जिंदगियां बचाई हैं, हमने लोगों की आजिविका की रक्षा की है लेकिन अभी हमें साथ में मिलकर काम करना है ताकि हम यह सुरक्षित कर सकें कि ऑस्ट्रेलिया के लोगों को वही जिंदगी मिलेगी जो उन्हें अपने देश में हासिल है.' यह बात गौर करने वाली है कि उन्हीं ट्रैवलर्स को घर में क्वारंटाइन होने की मंजूरी मिलेगी जिन्होंने अथॉराइज्ड वैक्सीन की दोनों डोज ले ली हैं. वैक्सीन न लेने वाले ट्रैवलर्स को होटल में ही 15 दिनों के लिए क्वारंटाइन होना पड़ेगा.
कोविशील्ड को सरकार ने दी मान्यता
एबीसी न्यूज की तरफ से बताया गया है कि सरकार राज्यों के साथ मिलकर ऐसे लोगों के लिए यात्रा को आसान बनाने की दिशा में काम कर रही है, जिन्हें वैक्सीन लग चुकी हैं. कोविड-19 टेस्टिंग को सफर के लिए जारी रखा जाएगा. लेकिन सरकार रैपिड एंटीजेन टेस्टिंग पर विचार कर रही है. द थेरापेटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन ने सलाह दी है कि चीन की सिनोवेक और भारत की कोविशील्ड को मान्यता प्राप्त वैक्सीन के तौर पर समझा जाएगा. ऑस्ट्रेलिया आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए इन्हीं वैक्सीन की मंजूरी होगी. आपको बता दें कि फाइजर, एस्ट्राजेंका, मॉर्डेना और जैनसीन को ऑस्ट्रेलिया में पहले ही कोविड वैक्सीन के तौर पर मान्यता मिली हुई है.
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