अमेरिका ने कहा है कि उसने जलवायु परिवर्तन पर भारत से हाथ इसलिए मिलाया है, ताकि वह 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने में उसकी मदद कर सके। जलवायु परिवर्तन पर बाइडन प्रशासन के विशेष दूत जान केरी ने अमेरिकी सांसदों से कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 450 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने की प्रतिबद्धता जताई है। हमने भारत से इसलिए हाथ मिलाया है, क्योंकि उनके पास इसके लिए जरूरी पैसे और पूर्ण तकनीक का अभाव है। इसलिए हम उनकी मदद करने का प्रयास कर रहे हैं। हम उन्हें तकनीक देंगे। हम उन्हें वित्तीय मदद देंगे। और वे इस काम को संभव कर दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा कार्बन उत्सर्जन में कमी लाए जाने की जरूरत है। केरी जलवायु परिवर्तन पर अमेरिका के पहले ऐसे दूत हैं, जिनका दर्जा कैबिनेट मंत्री के बराबर का। इसके अलाव उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का हिस्सा भी बनाया गया है। दक्षिण कैरोलिना से सांसद जो विल्सन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की जनता के लिए एक बड़ा काम किया है।