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ताइवान के सिर पर Biden का हाथ! बोले- चीनी आक्रमण की स्थिति में...

Neha Dani
19 Sep 2022 5:54 AM GMT
ताइवान के सिर पर Biden का हाथ! बोले- चीनी आक्रमण की स्थिति में...
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यूएस हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर कड़ी नाराजगी जताई थी।

वॉशिंगटन: चीन और ताइवान में जारी तनाव के बीच जो बाइडेन ने बड़ा ऐलान किया है। बाइडेन ने कहा कि अगर चीन आक्रमण करता है तो अमेरिकी सेना ताइवान की रक्षा करेगी। ताइवान के मुद्दे पर यह अमेरिका का अब तक का सबसे स्पष्ट बयान माना जा रहा है। ऐसे में बाइडेन के इस बयान से चीन का नाराज होना तय है। चीन शुरू से ही कहता आया है कि एक चीन नीति उसके विदेश नीति का स्पष्ट आधार है। एक महीने पहले ही बाइडेन के साथ शिखर सम्मेलन के दौरान शी जिनपिंग ने ताइवान को लेकर युद्ध तक की चेतावनी दी थी।


बाइडेन बोले- ताइवान की रक्षा करेगी अमेरिकी सेना
सीबीएस को दिए गए इंटरव्यू में जो बाइडेन से पूछा गया कि क्या अमेरिकी सेना चीन के दावा किए गए स्व-शासित द्वीप (ताइवान) की रक्षा करेगी? इसके जवाब में बाइडेन ने कहा- हां, अगर वास्तव में हमला हुआ तो हम रक्षा करेंगे। बाइडेन से यह स्पष्ट करने के लिए कहा गया कि क्या उनका मतलब है कि यूक्रेन के विपरीत, अमेरिकी सेना- अमेरिकी पुरुष और महिलाएं- चीनी आक्रमण की स्थिति में ताइवान की रक्षा करेंगे। इस पर जो बाइडेन ने जवाब दिया: "हां।"

ताइवान पर अमेरिका की रणनीतिक अस्पष्टता खत्म
इंटरव्यू में जो बाइडेन ताइवान पर लंबे समय से चली आ रही अमेरिकी नीति से परे जाते हुए दिखाई दिए। लेकिन, उनका बयान पिछले राष्ट्रपतियों की तुलना में ताइवान की रक्षा के लिे अमेरिकी सैनिकों की तैनाती को लेकर स्पष्ट था। अमेरिका लंबे समय से ताइवान को लेकर रणनीतिक अस्पष्टता से जूझ रहा था। वह स्पष्ट नहीं कर पा रहा था कि ताइवान पर हमले का सैन्य जवाब देना है कि नहीं। हालांकि, बाइडेन का यह बयान अमेरिका की उस रणनीतिक को स्पष्ट करता है कि अमेरिकी सेना ताइवान की रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।


व्हाइट हाउस बोला- ताइवान पर नहीं बदली अमेरिकी नीति
बाइडेन के बयान पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि ताइवान के प्रति अमेरिकी नीति नहीं बदली है। प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन पहले भी यह कह चुके हैं, जिसमें इस साल की शुरुआत में टोक्यो भी शामिल है। उन्होंने तब भी स्पष्ट किया था कि हमारी ताइवान नीति नहीं बदली है। यह सच है। बाइडेन के साथ सीबीएस का इंटरव्यू पिछले हफ्ते आयोजित किया गया था। बाइडेन सोमवार को महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए ब्रिटेन में हैं।

अमेरिका ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थक नहीं
मई में, बाइडेन से पूछा गया था कि क्या वह ताइवान की रक्षा के लिए सैन्य रूप से शामिल होने के इच्छुक हैं और उन्होंने जवाब दिया: "हां ... यही प्रतिबद्धता है।" बाइडेन ने दोहराया कि अमेरिका ने ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं किया और वन-चाइना नीति के लिए प्रतिबद्ध है। यही कारण है कि अमेरिका बीजिंग को मान्यता देता है ताइपे को नहीं। बाइडेन के इस बयान से बीजिंग का नाराज होना तय है। अगस्त में ही चीन ने यूएस हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर कड़ी नाराजगी जताई थी।

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