ऑफिस के अंदर लगा बेड, सोने वाले कर्मचारियों को प्रतिदिन मिल रहे 23 हजार रुपये
Coronavirus Lockdown in China: चीन में मौजूद बैंक और इंवेस्टमेंट फर्म अपने कर्मचारियों को ऑफिस बुला रहे हैं, साथ ही उनसे कह रहे हैं कि वे ऑफिस में रहें. इस कारण कर्मचारियों को ऑफिस के अंदर सोना पड़ रहा है. दरअसल, इसकी एक बड़ी वजह कोविड-19 (COVID-19) के बढ़ते मामले और लॉकडाउन (Lockdown in China) है. दरअसल, इन दिनों चीन के प्रमुख शहर शंघाई में लॉकडाउन (Lockdown in Shanghai ) लगा हुआ है. चीन के इस शहर में 1 हजार से ज्यादा फाइनेंशियल संस्थान हैं. वहीं शंघाई में चीन का सबसे अहम स्टॉक एक्सचेंज भी है.
'सीएनएन' की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आई है. जिसमें एक शख्स ने बताया कि ट्रेडर्स और फंड मैनेजर को 6 हजार से 23 हजार रुपए तक रात (प्रति रात) में रुकने के लिए मिल रहे हैं. वहीं, कई कंपनियों ने तो कर्मचारियों की डेस्क के पास ही फोल्डिंग बेड भी लगा दिए हैं. कुछ फर्म कर्मचारियों स्लीपिंग बेड, भोजन से लेकर मंजन-साबुन भी उपल्ब्ध करवा रही है.
झोंग ओ एसेट मैनेजमेंट (Zhong Ou Asset Management) एक चीनी फर्म है. उसके पास 74 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्तियों का मैनेजमेंट है. इस फर्म ने बताया कि उसके कई इंवेस्टमेंट डायरेक्टर्स और फंड मैनेजर्स ने इस महीने की शुरुआत से रात में ऑफिस में रुकना शुरू कर दिया. वहीं एक एग्जीक्यूटिव जो ऑनसाइट चीफ हैं, वह ऑफिस में पिछले 15 दिनों से रुक रहे हैं. कंपनी ने वीचैट (WeChat) पर ये जानकारी सोमवार को शेयर की. एक और फर्म जिसका नाम फोरसाइट फंड है, यह अपने कर्मचारियों को 16 मार्च से ऑफिस में रोक रहा है.
कई फुटेज हुए वायरल
हाल में चाइनीज सोशल मीडिया प्लेटफार्म Weixin पर एक फुटेज सामने आया. जहां कुछ कर्मचारी एयर मैट्रेस पर सोते हुए दिख रहे थे. वहीं एक शख्स बाथरूम के सिंक पर चेहरा धोता हुआ दिखा. हालांकि, इसमें कुछ लोगों को सोते हुए दूसरी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोगों को मार्बल फ्लोर और स्लीपिंग बैग पर सोने में दिक्कत हुई.
एक महिला ने कहा, 'कुछ दिन तो बहुत परेशानी आई, कई बार तो रात में 2 से लेकर 3 बजे तक सो ही नहीं पाए.' इस महिला ने ये भी बताया कि कई सहकर्मी सोते हुए खर्राटे भी ले रहे थे, ऐसे में इन लोगों को मीटिंग रूम में शिफ्ट किया गया.
शंघाई बना नया कोरोना का एपिसेंटर
दरअसल, चीन में कोरोना महामारी के आने के बाद शंघाई पिछले कुछ दिनों में देश में कोरोना का नया एपिसेंटर बन गया है. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 1 मार्च से अब तक 25 हजार से ज्यादा केस रिपोर्ट हो चुके हैं. सोमवार से लॉकडाउन की शुरुआत हुई. जिस कारण शंघाई के पूर्वी हिस्से में मौजूद पुडॉन्ग शहर में 1 करोड़ 10 लाख से अधिक लोगों पर इसका असर पड़ा. लोगों से कहा गया कि वह 4 दिनों तक घरों के अंदर ही रहे. वहीं अब शंघाई के पश्चिमी हिस्से में शुक्रवार से प्रतिबंधों की शुरुआत हो रही है, इसका असर 1 करोड़ 40 लाख से अधिक लोगों पर पड़ेगा।