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डोनेस्क में लड़ाई तेज, सीरिया देगा मान्यता लेकिन रूसी सेना पर लग रहे ये गंभीर आरोप

Gulabi Jagat
2 July 2022 4:02 PM GMT
डोनेस्क में लड़ाई तेज, सीरिया देगा मान्यता लेकिन रूसी सेना पर लग रहे ये गंभीर आरोप
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यूक्रेन ने मान लिया है कि लुहांस्क प्रांत रूस के हाथ जाना तय है
कीव, एपी। यूक्रेन ने मान लिया है कि लुहांस्क प्रांत रूस के हाथ जाना तय है। लुहांस्क के गवर्नर ने कहा है कि प्रांत के लिसिचांस्क शहर को रूसी सेना ने घेर लिया है और उस पर भीषण गोलाबारी हो रही है। वहां जो नागरिक बचे हैं वे घरों में ही कैद हैं और उनका भविष्य अनिश्चतता से घिरा हुआ है। इस बीच सीरिया ने कहा है कि वह लुहांस्क और डोनेस्क की रूस समर्थित सरकारों को समर्थन देने के लिए तैयार है।
लिसिचांस्क के तेलशोधक कारखाने पर कब्जा
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसकी सेना ने लिसिचांस्क के तेलशोधक कारखाने पर कब्जा कर लिया है जबकि लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदाई ने कहा ने कहा है कि वहां लड़ाई जारी है। डोनेस्क में भी भीषण लड़ाई की खबर है। यहां के बड़े शहर स्लोविंस्क में शुक्रवार को देर रात रूसी सेना के हमले में चार लोगों के मारे जाने की खबर है।
क्लस्टर बमों से बोला हमला
यूक्रेनी सेना ने दावा किया गया है कि वहां पर क्लस्टर बमों से हमला किया गया। रूसी सेना और रूस समर्थित लड़ाके दोनों प्रांतों में मिलकर लड़ रहे हैं। रूस इन्हीं दोनों प्रांतों पर पूर्ण नियंत्रण के लिए पिछले कई हफ्तों से हमले कर रहा है। यूक्रेन के दोनों प्रांतों के कुछ हिस्से पर 2014 से रूस समर्थित विद्रोहियों का कब्जा है।
यूक्रेनी सेना के सामने बड़ी चुनौती
इसी साल फरवरी में युद्ध शुरू होने से पहले रूस ने दोनों प्रांतों में विद्रोहियों के कब्जे को मान्यता देते हुए उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा दे दिया था। अब यही विद्रोही रूसी सेना के साथ दोनों प्रांतों में यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं। सीरिया की बशर अल असद सरकार ने कहा है कि वह दोनों क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से कार्य कर रही सरकारों को मान्यता देती है और उनके साथ कूटनीतिक रिश्ते कायम करने के लिए कार्य कर रही है।
रिहायशी भवन पर तीन एंटी शिप मिसाइलें दागीं
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेना ने शुक्रवार को ओडेसा बंदरगाह के नजदीक रिहायशी इमारत पर हमले के लिए तीन एंटी शिप मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इससे इमारत पूरी तरह से ध्वस्त हो गई और 21 लोग मारे गए। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि शस्त्रागार में उपयुक्त मिसाइलों की कमी के कारण रूसी सेना गैरजरूरी हथियारों का इस्तेमाल कर रही है। इसी कारण रिहायशी भवन पर एंटी शिप मिसाइल दागी गई।
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