सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद ने चौथी बार इस पद को हासिल किया है। उन्होंने शनिवार को राष्ट्रपति महल में पद की शपथ ली, जिसमें धार्मिक नेता, संसद के सदस्य, नेता और सेना के अधिकारी शामिल हुए।
वे 2000 से ही इस देश की सत्ता में हैं जबकि देश पिछले 10 साल से तबाह है और आर्थिक संकट दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। सीरिया जैसे युद्धग्रस्त देश में मई में आयोजित राष्ट्रपति चुनाव को पश्चिमी देशों और असद के विपक्षियों ने अवैध और महज दिखावा करार दिया था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार सीरिया की 80 प्रतिशत से ज्यादा आबादी गरीबी रेखा के नीचे है। अब भी देश के विभिन्न हिस्सों में विदेशी बलों और मिलिशिया की तैनाती है।
सीरिया में युद्ध से पहले रहने वाली करीब आधी आबादी को या तो विस्थापन का दंश झेलना पड़ा है या वे पड़ोसी देशों और यूरोप में शरणार्थी के रूप में रह रहे हैं। वहीं इस युद्ध में अब तक पांच लाख लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग अब भी लापता हैं और देश का बुनियादी ढांचा तबाह है।