रूस ने गुरुवार को एक बार फिर यूक्रेन के ऊर्जा संयंत्रों पर मिसाइलों की बौछार की। साथ ही यूक्रेन के पूर्वी भाग में भी तेज हमले किए। पिछले सप्ताह खेरसान शहर छोड़ने के बाद रूसी सेना के ये सबसे बड़े हमले थे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस के सभी अत्याचारों के लिए उसे दंडित किया जाएगा। ताजा मिसाइल हमलों में राजधानी कीव, दूसरे बड़े शहर खार्कीव, बंदरगाह शहर ओडेसा, मध्य यूक्रेन के शहर डेनिप्रो और जपोरीजिया को निशाना बनाया गया।
बर्फबारी से पहले हुए हमले का दिखेगा असर
यह हमला तब हुआ है जब कीव में ठंडक के मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। कुछ ही दिनों में यहां पर भीषण ठंडक पड़ने लगेगी। ऐसे में बिजली-पानी की किल्लत नागरिकों की मुश्किल और बढ़ा देगी। यह हमला तब हुआ जब यूक्रेन के इंजीनियर पूर्व के हमलों से हुए नुकसान की भरपाई करते हुए बिजली व्यवस्था बहाल करने में जुटे हुए थे। हमले में डेनिप्रो में 15 लोग घायल हुए जबकि खार्कीव में तीन और ओडेसा में एक व्यक्ति के घायल होने की खबर है।
गैस उत्पादन संयंत्र को भारी नुकसान
सरकारी ऊर्जा कंपनी नैफ्टोगैज ने कहा है कि हमले में पूर्वी यूक्रेन में स्थित गैस उत्पादन संयंत्र को भारी नुकसान हुआ है और वह लगभग नष्ट हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के कार्यालय ने यूक्रेन में ठंडक के मौसम में भयंकर मानव त्रासदी की आशंका जताई है। कहा है कि यूक्रेन में दसियों लाख लोग विद्युत आपूर्ति से वंचित हैं। ठंडक बहुत से लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। गुरुवार को डेनिप्रो नदी के दोनों किनारों पर मौजूद रूसी और यूक्रेनी सैनिकों ने एक-दूसरे पर गोलाबारी और गोलीबारी की। खेरसान प्रांत से होकर बह रही इस नदी का पश्चिमी किनारा अब यूक्रेनी सेना के पास है जबकि पूर्वी किनारा रूसी सेना के कब्जे में है।
खेरसान क्षेत्र में नागरिकों के 63 शव मिले
रूसी सेना द्वारा खेरसान के खाली किए गए हिस्से में यूक्रेन के सैनिकों को नागरिकों के 63 शव मिले हैं। यूक्रेन के गृह मंत्रालय के अनुसार इन शवों पर बर्बरता किए जाने के निशान हैं। कहा है कि रूसी सेना ने निर्दोष नागरिकों पर अत्याचार किया है, उनकी हत्या की है। रूस ने नागरिकों पर अत्याचार से इन्कार किया है। खेरसान शहर और उसके आसपास के क्षेत्र पर यूक्रेनी सेना के कब्जे के बाद अब वहां पर पलायन कर अन्यत्र गए लोग वापस लौट रहे हैं और खुशियां मना रहे हैं।