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बराक ओबामा आज के दिन ही बने थे अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति, जानिए 20 जनवरी का इतिहास

Renuka Sahu
20 Jan 2022 1:32 AM GMT
बराक ओबामा आज के दिन ही बने थे अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति, जानिए 20 जनवरी का इतिहास
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फाइल फोटो 

साल 2009 में आज के ही दिन यानी 20 जनवरी को बराक ओबामा अमेरिका के 44वें और पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने थे. वह यह पद ग्रहण करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले अमेरिकी थे. ओ

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल 2009 में आज के ही दिन यानी 20 जनवरी को बराक ओबामा (Barack Obama) अमेरिका के 44वें और पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने थे. वह यह पद ग्रहण करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले अमेरिकी थे. ओबामा ने अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) के रूप में लगातार दो कार्यकाल (2009-2017) संभाला. 2009 में राष्ट्रपति पद संभालने के वक्त ओबामा की उम्र 47 साल थी. इससे पहले वे साल 2005-08 तक इलनॉयस से सीनेटर रह चुके थे. उनका जन्म साल 1961 में हवाई में हुआ था. राष्ट्रपति बनने के 9 महीने बाद ही उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार (Nobel Peace Prize) से सम्मानित किया गया था.

ओबामा के कार्यकाल के दौरान भारत और अमेरिका के रिश्तों में भी मजबूती देखने को मिली थी. उन्होंने अपनी आत्मकथा में भी भारत के साथ संबंधों को जिक्र किया है. बराक ओबामा ने दिसंबर 2010 में एक कानून को मंजूरी देकर सेना में समलैंगिकों की सेवाओं को कानूनी मान्यता दी थी. ओबामा के पहले कार्यकाल में ही दुनिया के सबसे खूंखार आतंकियों में एक और अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला करने वाला ओसामा बिन लादेन मई 2011 मारा गया था.
फिल्म निर्माण की बात करें तो संख्या के लिहाज से भारत दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाले देशों में शामिल है और हर फिल्म के निर्माण में पर्दे के पीछे से सहयोग देने वालों में सिनेमेटोग्राफर का एक अहम योगदान होता है. फिल्म निर्माण में उल्लेखनीय योगदान देने वालों को पुरस्कृत करने के लिए वर्ष 1969 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार की स्थापना की गई और फिल्मी दुनिया के महान सिनेमेटोग्राफर वीके मूर्ति को वर्ष 2008 का दादा साहब फाल्के पुरकार दिया गया.
पिछली पीढ़ी के लोग वीके मूर्ति के नाम से वाकिफ होंगे. 1957 से 1962 के बीच में आई गुरुदत्त की बेहतरीन ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों 'चौदहवीं का चाँद', 'कागज के फूल' और 'साहब बीवी और गुलाम' को फिल्माने वाले सिनेमेटोग्राफर वीके मूर्ति को वर्ष 2008 के प्रतिष्ठित दादासाहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया और उन्हें 20 जनवरी 2010 को यह पुरस्कार प्रदान किया गया. एक सिनेमेटोग्राफर को फिल्म जगत का यह सर्वोच्च सम्मान हासिल करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा.
देश और दुनिया के इतिहास में 20 जनवरी की तारीख पर दर्ज कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं:
1817 : कलकत्ता हिंदू कॉलेज की स्थापना. मौजूदा समय में यह प्रेजीडेंसी कॉलेज के नाम से विख्यात है.
1957 : देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रांबे (बंबई) में स्थापित देश के पहले परमाणु रिएक्टर अप्सरा का उद्घाटन किया.
1961 : अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने ऐतिहासिक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने देशवासियों से कहा, ''यह मत पूछो कि तुम्हारा देश तुम्हारे लिए क्या कर सकता है बल्कि यह बताओ कि तुम अपने देश के लिए क्या कर सकते हो.''
1972 : अरुणाचल प्रदेश, जो पहले नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी था, केंद्रशासित क्षेत्र बना और मेघालय को राज्य का दर्जा दिया गया.
1981 : ईरान में बंधक संकट समाप्त. अयातुल्लाह खुमैनी ने 15 महीने से बंधक बनाए गए 52 अमेरिकियों को रिहा कर दिया.
1988 : स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न ख़ान अब्दुल गफ़्फ़ार ख़ान का निधन.
2009 : बराक ओबामा अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति बने. वह यह पद ग्रहण करने वाले अफ्रीकी मूल के पहले अमेरिकी थे.
2018 : नेत्रहीन क्रिकेट विश्व कप में भारत ने लगातार दूसरी बार खिताबी जीत हासिल की.
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