लेबनान के बेरूत में एक बंदूकधारी गुरुवार को बैंक में घुस गया और बैंक कर्मचारियों को बंधक बना लिया। उसने कहा कि बैंक में फंसी उसके बचत खाते की राशि उसे वापस दी जाए ताकि वह अपने पिता का इलाज करवा सके। धमकी दी कि अगर उसे राशि नहीं दी गई तो वह खुद को आग लगा लेगा। उसने सात घंटे तक कर्मचारियों को बंधक बनाया।
बैंक में की फायरिंग
बचत खाते से कुछ राशि का भुगतान करने पर अधिकारियों के सहमत होने के बाद उसने आत्मसमर्पण कर दिया। इस घटनाक्रम में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अधिकारी ने कहा कि इस व्यक्ति की पहचान 42 वर्षीय बासम अल-शेख हुसैन के रूप में हुई है। वह बेरूत के हमरा जिले में फेडरल बैंक की एक शाखा में पेट्रोल का कंटेनर लेकर गया था। उसने वहां बैंक कर्मियों को बंधक बनाया। तीन बार फायरिंग भी की।
बैंकों से विदेशी मुद्रा की निकासी पर भी कड़े प्रतिबंध
बैंक कर्मचारी सिंडिकेट के प्रमुख जार्ज अल-हज ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बासम ने दो ग्राहकों के साथ सात या आठ बैंक कर्मचारियों को बंधक बना लिया था। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बैंक में उसके लगभग दो लाख अमेरिकी डालर फंसे हुए हैं। एक स्थानीय बैंकिंग संघ के प्रमुख ने स्थानीय मीडिया को बताया कि बैंक के अधिकारी उस व्यक्ति को लगभग 30 हजार डालर देने पर सहमत हुए हैं। इसके बाद उसने बंधकों को रिहा कर दिया। उसने आत्मसमर्पण कर दिया। दरअसल लेबनान में 2019 से नकदी की कमी है। बैंकों से विदेशी मुद्रा की निकासी पर भी कड़े प्रतिबंध हैं।