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साथ ही इन देशों ने रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को सैन्य मदद देने का भी वादा किया है.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कई देश और अंतरराष्ट्रीय संगठन रूस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं. इस बीच अब रूसी नस्ल की बिल्लियां भी शामिल हो गई हैं. दरअसल बिल्लियों से जुड़ी फेडरेशन इंटरनेशनल फेलीन (FIFe) ने रूसी नस्ल की बिल्लियों के निर्यात और रजिस्ट्रेशन पर पाबंदियां लगाने का फैसला किया है. बिल्लियों पर ये पाबंदियां 31 मई तक लागू रहेंगी.
फीफ ने लगाया रूसी बिल्लियों पर बैन
फेडरेशन इंटरनेशनल फेलीन (FIFe) की एग्जेक्युटिव बोर्ड ने इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा कि, यूक्रेन पर रूस का हमला चौंकाने वाला है. इस हमले में कई मासूम लोगों की जान गई है, जबकि कई घायल हैं. हजारो लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है और जान बचाने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ रहा है. हर कोई बर्बादी का यह मंजर देख रहा है. इसे देखते हुए हमने कुछ प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है.
रूसी नस्ल की बिल्ली नहीं होगी आयात
फीफ ने एक बयान में कहा कि बोर्ड को लगता है कि वो इन अत्याचारों को नहीं देख सकता है. इसलिए ये फैसला लिया गया कि 1 मार्च से रूस में किसी भी नस्ल की बिल्ली को बाहर भेजने के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकेगा. बोर्ड ने कहा कि हमने ये फैसला किया है कि 1 मार्च से रूसी नस्ल की कोई भी बिल्ली अब आयात नहीं की जाएगी. यही नहीं किसी भी रूसी बिल्ली को अब रूस के बाहर फेडरेशन की पेडिग्री बुक में रजिस्टर नहीं किया जाएगा.
कई देशों में खोलो रूस के खिलाफ मोर्चा
गौरतलब है कि रूस की सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की शुरुआत कर दी थी. इसके तीन दिन बाद रूस ने यूक्रेन में दो स्वतंत्र देश डोनेट्स्क और लुहान्स्क की मान्यता दे दी. तभी से दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ गया. अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और यूरोपीय संघ समेत कई देशों ने रूस की तरफ से उठाए गए कदम की निंदा की है. साथ ही इन देशों ने रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को सैन्य मदद देने का भी वादा किया है.
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