विश्व
यूक्रेन संकट पर ऑस्ट्रेलिया बोला- पड़ोसी को धमकाना ठीक नहीं
jantaserishta.com
22 Feb 2022 6:34 AM GMT
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नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दे दी है। रूस के इस फैसले से यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की पश्चिम देशों की आशंका के बीच तनाव और बढ़ेगा। राष्ट्रपति की सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद पुतिन ने यह घोषणा की और इसी के साथ मॉस्को समर्थित विद्रोहियों और यूक्रेनी बलों के बीच संघर्ष के लिए रूस के खुलकर बल और हथियार भेजने का रास्ता साफ हो गया है। पुतिन के इस फैसले की अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया जैसा देशों ने निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक शुरू हो चुकी है। पश्चिमी देशों को इस बात का डर है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को हमला करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है।
पड़ोसी को धमकाना ठीक नहींः ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि रूस को बिना किसी शर्त के यूक्रेन के प्रांत से वापस लौट आना चाहिए और पड़ोसी को धमकाने की नीति छोड़ देनी चाहिए। रूस के इस कदम से युद्ध की आशंका प्रबल हो गई है जो कि पूरी दुनिया के लिए ठीक नहीं है।
न्यूजीलैंड ने कहा यूक्रेन की संप्रभुता को ठेस पहुंचाना ठीक नहीं
न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री ने कहा कि इस तरह से अलगाववादी क्षेत्रों पर कब्जे का ऐलान करके रूस यूक्रेन की संप्रभुता को नुकसान पहुंचा रहा है। मुझे आश्चर्य है कि रूस के राष्ट्रपति ऐसा कर रहे हैं। क्या यह युद्ध के पहले की कार्यवाही है। अगर ऐसा है तो बातचीत से इसका हल निकालना चाहिए।
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