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अपने ही नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया ने मुश्किल में डाला, भारत में फंसे लोगो को वापस लौटने पर मिलेगी कड़ी सजा

Khushboo Dhruw
5 May 2021 1:28 PM GMT
अपने ही नागरिकों को ऑस्ट्रेलिया ने मुश्किल में डाला,  भारत में फंसे लोगो को वापस लौटने पर मिलेगी कड़ी सजा
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ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत पर ‘यात्रा प्रतिबंध’ लगा दिया है

ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत पर 'यात्रा प्रतिबंध' लगा दिया है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार का कहना है कि वो नागरिक ऑस्ट्रेलिया वापस नहीं आ सकते, जिन्होंने पिछले 14 दिन भारत में बिताए हैं. इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर मुकदमा चलाया जाएगा, पांच साल की जेल की सजा होगी या फिर 66,000 ऑट्रेलियाई डॉलर का जुर्माना लगेगा. ऑस्ट्रेलिया के इस कदम से उसके ही नागरिक भारत में फंस गए हैं. ऐसे लोगों की संख्या करीब 9000 है. मई के मध्य तक भारत से आने वाली उड़ानों पर सरकार ने रोक लगा दी है.

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे ही लोगों में से एक का नाम मंदीप शर्मा हैं, जिनकी दो बेटियां और पत्नी ऑस्ट्रेलिया में हैं. वह अपने पिता के निधन पर भारत आए थे और बीते हफ्ते लौटने भी वाले थे. लेकिन अब नहीं जा सकते. शनिवार को ऑस्ट्रेलिया ने धमकी भरे लहजे में घोषणा की है कि जिसने भी भारत से लौटने की कोशिश की उसे जेल में डाला जा सकता है (Australia Travel Restrictions For Citizens). अब भारत में फंसे लोगों का अपने घर तक पहुंचना एक अपराध माना जाएगा. ये फैसला वायरस को फैलने से रोकने के लिए लिया गया है. इस समय ऑस्ट्रेलिया में शून्य संक्रमण दर है और कुल 910 लोगों की मौत हुई है.
सीमा पर सख्त नियंत्रण रहा
इस देश का कहना है कि ये सफलता सीमा पर सख्त नियंत्रण और क्वांरटीन जैसे उपायों के कारण मिली है. लेकिन इससे हजारों ऑस्ट्रेलियाई नागरिक अपने घर नहीं जा पा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया मार्च 2020 में पहला ऐसा देश बना था, जिसने अपनी सीमाएं बंद की थीं (Australia Travel Restrictions Coronavirus). लेकिन उसके नागरिकों और कुछ अन्य लोगों (सेलिब्रिटी, खिलाड़ी और कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स) को छूट थी. फिर अक्टूबर 2020 में केवल उन यात्रियों को आने की अनुमति दी गई, जो वायरस मुक्त न्यूजीलैंड से आते हैं. लेकिन सबके लिए राजधानी में पैसे देकर होटल में क्वांरटीन होना अनिवार्य था.
प्रधानमंत्री ने बताया मुश्किल फैसला
इस फैसले पर प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि ये फैसला मुश्किल भरा था लेकिन देश को तीसरी लहर से बचाने के लिए जरूरी भी था. अन्य देशों में भी ऑस्ट्रेलियाई नागरिक फंसे हुए हैं, जो केवल कमर्शियल फ्लाइट से आ सकते हैं. जिनके दाम इतने अधिक हैं कि ये कई लोगों की पहुंच से बाहर हो जाता है (Australia Travel Restrictions 2021). हालांकि होटलों में यूके वेरिएंट के मामले भी सामने आए हैं, जिसके बाद से क्वारंटीन के तरीकों में सुधार किया गया है और लॉकडाउन को सख्त किया गया है. अब भारत में फंसे ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को शायद तब तक आने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जब तक भारत में मामले कम नहीं हो जाते.


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